घरेलू हिसा पीड़ित महिलाओं के लिए वरदान बना वन स्टॉप सेंटर
जिले में महिला एवं बाल विकास विभाग के अंतर्गत घरेलू और शारीरिक हिसा से पीड़ित महिलाओं और बच्चों की मदद के लिए 1 मार्च 2019 को सखी वन स्टॉप सेंटर (ओएससी) खोला था जो घरेलू और यौन हिसा का शिकार महिलाओं को राहत देने का काम कर रहा है।
अनुज शर्मा, कुरुक्षेत्र
जिले में महिला एवं बाल विकास विभाग के अंतर्गत घरेलू और शारीरिक हिसा से पीड़ित महिलाओं और बच्चों की मदद के लिए 1 मार्च, 2019 को सखी वन स्टॉप सेंटर (ओएससी) खोला था, जो घरेलू और यौन हिसा का शिकार महिलाओं को राहत देने का काम कर रहा है।
केंद्र प्रभारी शैलजा ने बताया कि घरेलू और यौन हिसा से पीड़ित महिलाओं की मदद के लिए केंद्र की ओर से एमरजेंसी नंबर 181 और 01744-234260 जारी किए गए हैं। इससे आप घर बैठे ही सहायता ले सकते हैं। घरेलू और यौन हिसा से पीड़ित महिलाओं की मदद करना ही वन स्टॉप सेंटर का उद्देश्य है। इसके साथ ही पीड़ित महिलाओं को चिकित्सा, पुलिस, परामर्श, कानूनी और आश्रय (पांच दिनों के लिए) प्रदान किया जाता है। उन्होंने बताया कि एक साल में केंद्र में कुल 27 केस पहुंचे और सभी केसों को काउंसिलिग के माध्यम से सुलझाया गया है।
महिला हिसा के प्रकार
शारीरिक हिसा - मारपीट करना, धक्का देना, बाल खींचना व दांत से काटना।
यौनिक हिसा - जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाना, अश्लील तस्वीरें या वीडियो दिखाना, दूसरे के मनोरंजन के लिए पीड़िता का उपयोग करना।
आर्थिक हिसा - खाना-कपड़ा, दवाई का खर्च ना देना, नौकरी न करने देना, वेतन या मजदूरी छीन लेना।
मौखिक हिसा या भावनात्मक हिसा - गाली देना, ताना देना, अपमानित करना, बात न करना व नजरअंदाज करना।
मार्च, 2019 से फरवरी 2020 तक केंद्र में रजिस्टर्ड केस
महीना केस
मार्च 0
अप्रैल 2
मई 0
जून 0
जुलाई 1
अगस्त 3
सितंबर 7
अक्टूबर 1
नवंबर 4
दिसंबर 4
जनवरी 3
फरवरी 2
कुल 27
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वन स्टॉप सेंटर ने अपने दम पर सभी 27 केसों को काउंसिलिग से सुलझाया गया है। इनमें से तीन केस अन्य राज्यों से संबंधित थे। उनकी पूरी कोशिश रहती है कि किसी भी महिला को पुलिस के पास न जाना पड़े। उसमें वे अभी तक सफल भी रहे हैं।
शैलजा, प्रभारी, वन स्टॉप सेंटर, कुरुक्षेत्र।