विदेश भेजने के नाम पर धोखाधड़ी करने के आरोप में एक गिरफ्तार
कुरुक्षेत्र । पुलिस ने विदेश भेजने के नाम पर धोखाधड़ी करने के आरोप में एक आरोपित को गिरफ्तार किया है। आरोपित पर आरोप है कि वे युवक को मुस्लमान बनने का दबाव बना रहे हैं। युवक आठ माह से रूस में रह रहा है। आरोपित को अदालत में पेश किया।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : पुलिस ने विदेश भेजने के नाम पर धोखाधड़ी करने के मामले में एक आरोपित को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि वह युवक को मुस्लमान बनने का दबाव बना रहे हैं। युवक आठ माह से रूस में रह रहा है। आरोपित को अदालत में पेश किया।
पुलिस प्रवक्ता रोशन लाल ने बताया कि जींद के अलेवा निवासी सतबीर सिंह ने 11 अप्रैल 2020 को थाना शहर में शिकायत दर्ज कराई थी कि उसका बेटा अजय शर्मा बीबीए पास है। उसके किसी रिश्तेदार ने पटियाला के जावेद के साथ उसकी जान पहचान कराई थी। उसने बताया कि वह बच्चों को विदेश भेजने का काम करता है। उसकी विदेश में कई एजेंसियां भी हैं। जिनके माध्यम से बच्चों को एजुकेशन वीजा, वर्क परमिट पर बाहर भेजकर उन्हें वहां रोजगार दिलाने का काम करता है। आरोपित ने कहा कि वह उसके बेटे को पुर्तगाल में भेज कर अच्छा रोजगार दिलवा देगा। इसके लिए उसे 13 लाख रुपये देने होंगे। शिकायतकर्ता ने आरोपित को पैसे दे दिए। उसके बेटे को पुर्तगाल भेजने की बजाए अन्य लड़कों के साथ थाईलैंड भेज दिया। उसने बेटे के फर्जी कागजात तैयार करके एक कंपनी में काम दिलवा दिया। कंपनी ने दस्तावेज की जांच करने के बाद दस्तावेजों को नकली बताकर उसके बेटे को नौकरी से निकाल दिया। शिकायतकर्ता ने जब आरोपित से बात की तो उसे कहा कि गया कि जल्द ही उसके बेटे को पुर्तगाल भेज दिया जाएगा। 10 दिन बाद वह उसके बेटे को पुर्तगाल की बजाए रुस में ले जाकर छोड़ दिया और आश्वासन दिया कि यहां से उसके बेटे को जल्द ही पुर्तगाल भेज देगा। उसके बेटे की जान-पहचान कैथल निवासी सतीश कुमार के साथ कराई, लेकिन आठ माह बीत जाने के बाद भी उसका बेटा अभी भी रूस में है। उसके बेटे को मुस्लमान बनने के लिए दबाव बनाते हैं। आरोपित कह रहे है कि यदि उसे पुर्तगाल जाना है तो धर्म तो परिवर्तन करना पड़ेगा। शिकायतकर्ता का आरोप है कि आरोपित 10 लाख रुपये और देने का दबाव बना रहे हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच एएसआइ महिद्र सिंह को सौंपी। जांच अधिकारी ने मामले की जांच आरोपित जावेद को उसके घर से काबू करके गिरफ्तार किया। आरोपित को अदालत में पेश किया। अदालत ने उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।