फसल अवशेष प्रबंधन को लेकर किसानों को जागरूक करने में जुटे हैं अधिकारी : कर्मचंद
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अधिकारी फसल अवशेष प्रबंधन को लेकर गांव-गांव जाकर किसानों को जागरूक करने में जुटे हैं। विभाग के उपनिदेशक डॉ. कर्मचंद ने बताया कि विभाग की ओर से जिले के सभी 421 गांवों में जागरूकता शिविर लगाए गए हैं। इन शिविरों में किसानों और उनके परिवारों को भी फाने न जलाने को लेकर जागरूक किया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अधिकारी फसल अवशेष प्रबंधन को लेकर गांव-गांव जाकर किसानों को जागरूक करने में जुटे हैं। विभाग के उपनिदेशक डॉ. कर्मचंद ने बताया कि विभाग की ओर से जिले के सभी 421 गांवों में जागरूकता शिविर लगाए गए हैं। इन शिविरों में किसानों और उनके परिवारों को भी फाने न जलाने को लेकर जागरूक किया जा रहा है। इस अभियान के तहत सोमवार को जिले के सात खंड़ों में करीब 15 गांवों में जागरूकता शिविर लगाए गए। शिविरों में किसानों को फाने जलाने से होने वाले नुकसान की जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि फसल अवशेष प्रबंधन को पूरी तरह से कामयाब बनाने के लिए विभाग के अधिकारी जी जान से जुटे हैं।
गांव मंगौली में आयोजित शिविर में किसानों को जागरूक करते हुए कृषि विशेषज्ञ डॉ. विरेंद्र ने बताया कि फाने जलाने से किसान धरती की उपजाऊ शक्ति नष्ट कर रहे हैं। इससे फसल की उत्पादकता प्रभावित होती है, जिसका सीधा नुकसान किसान को है। फाने जलाने से दूसरा सबसे बड़ा नुकसान पर्यावरण को है। फाने जलाने से निकलने वाले धुंए से पर्यावरण में प्रदूषण का स्तर बढ़ता जा रहा है। इस प्रदूषित वातावरण में सांस लेने से लोगों में बीमारियां बढ़ती जा रही हैं। उन्होंने बताया कि फानों को खेत की मिट्टी में ही मिलाने के लिए सरकार की ओर सब्सिडी पर कृषि यंत्र दिए जा रहे हैं। इन कृषि यंत्रों की मदद से हम खेत में खड़े फानों को खेत की मिट्टी में ही मिलाकर बुआई कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि फानों को आग लगाने वाले किसानों पर जुर्माना किया जा रहा है।