नहीं बनी बात, कुंटिया कर्मचारियों की हड़ताल जारी रहेगी
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में पिछले 21 दिनों से चल रही कर्मचारियों की हड़ताल मंगलवार को भी जारी रही। कर्मचारियों और कुवि प्रशासन के बीच हुआ बातचीत विफल रही। हालांकि कर्मचारी नेताओं का दावा है कि कई मांगों पर सहमति बन चुकी है, लेकिन कुछ पर बात अधूरी है। बुधवार को सभी मांगों पर सहमति बन सकती है। बुधवार को आम सभा की बैठक में हड़ताल के बारे में निर्णय लिया जाएगा कि आगे हड़ताल कैसे की जाए। वहीं दूसरी ओर थानेसर के विधायक सुभाष सुधा के प्रयास भी विफल हो गए। वे मंगलवार को कर्मचारियों और कुलपति के साथ बैठक में मध्यस्थता करने नहीं पहुंचे। सूत्रों का कहना है कि विधायक जानबूझकर बीच से निकल गए। कर्मचारी आंदोलन के चेयरमैन कृष्ण पांडे ने कहा कि मंगलवार सुबह लगभग 11 बजे प्रशासन ने कुंटिया प्रतिनिधिमंडल को बातचीत के लिए बुलाया और सकारात्मक माहौल में बातचीत शुरू हुई, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा मांगपत्र की कुछ मांगों को न मानने पर बैठक बेनतीजा रही।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र :
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में पिछले 21 दिनों से चल रही कर्मचारियों की हड़ताल मंगलवार को भी जारी रही। कर्मचारियों और कुवि प्रशासन के बीच हुआ बातचीत विफल रही। हालांकि कर्मचारी नेताओं का दावा है कि कई मांगों पर सहमति बन चुकी है, लेकिन कुछ पर बात अधूरी है। बुधवार को सभी मांगों पर सहमति बन सकती है। बुधवार को आम सभा की बैठक में हड़ताल के बारे में निर्णय लिया जाएगा कि आगे हड़ताल कैसे की जाए। वहीं दूसरी ओर थानेसर के विधायक सुभाष सुधा के प्रयास भी विफल हो गए। वे मंगलवार को कर्मचारियों और कुलपति के साथ बैठक में मध्यस्थता करने नहीं पहुंचे। सूत्रों का कहना है कि विधायक जानबूझकर बीच से निकल गए।
कर्मचारी आंदोलन के चेयरमैन कृष्ण पांडे ने कहा कि मंगलवार सुबह लगभग 11 बजे प्रशासन ने कुंटिया प्रतिनिधिमंडल को बातचीत के लिए बुलाया और सकारात्मक माहौल में बातचीत शुरू हुई, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा मांगपत्र की कुछ मांगों को न मानने पर बैठक बेनतीजा रही। फिर भी कुंटिया ने पूरी उम्मीद जताई कि जल्द ही विश्वविद्यालय प्रशासन इन पर भी सकारात्मक रूख अपनाएगा। छात्र कर्मचारी एकता का परिचय देते हुए विभिन्न छात्र संगठनों ने विश्वविद्यालय को बंद करके कुंटिया के इस आदोलन का जोरदार समर्थन किया। उन्होंने इसका स्वागत किया है। कुंटिया प्रधान रामकुमार गुज्जर ने विश्वविद्यालय के बाहर धरना स्थल से बताया कि कर्मचारियों के मान-सम्मान के साथ किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन को आगाह करते हुए कहा कि छात्रों एव अभिभावकों की समस्याओं के मद्देनजर कुंटिया की मांगों पर पूर्नविचार करते हुए प्रशासन अपना रूख स्पष्ट करे ताकि विश्वस्तर के इस विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा पर कोई आंच न आए।
इस अवसर पर रामेश्वर सैनी, विजय गौड, गुरमेल संधु, सुरेंद्र मलिक, यशपाल सैनी, राजबीर ¨सह, रूपेश खन्ना, राजकुमार ढींगडा, जगदीश खनौदा, रमेश बाल्यान, संतोष कुमार, बलकार ¨सह आदि उपस्थित रहे। मांगों को लेकर गंभीर प्रशासन : प्रवक्ता कुवि प्रवक्ता डॉ. अशोक कुमार ने कहा कि मंगलवार को बातचीत सोहार्दपूर्ण रही। कुछ मांगों पर सहमति नहीं बनी है, लेकिन प्रशासन ने सभी मांगों के बारे में अपना रुख स्पष्ट कर दिया है। कर्मचारियों को इस संबंध में पूरी जानकारी दी गई है। जायज मांगों पर पूरा विचार किया जा रहा है।