संक्रमण के नौ नए केस आए, 19 मरीज स्वस्थ होकर लौटे
कुरुक्षेत्र जिले में कोरोना पाजिटिव मरीजों की संख्या 22 हजार पार कर गई है। शुक्रवार को नौ नए केस सामने आए जबकि 19 मरीजों को ठीक होने के बाद अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : जिले में कोरोना पाजिटिव मरीजों की संख्या 22 हजार पार कर गई है। शुक्रवार को नौ नए केस सामने आए, जबकि 19 मरीजों को ठीक होने के बाद अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई। इसके साथ ही जिले का रिकवरी रेट 97.99 फीसद पर पहुंच गया है।
जिला सिविल सर्जन डा. संत लाल वर्मा ने कहा कि जिले में अब कोरोना के संक्रमण का प्रभाव तेजी के साथ कम हो रहा है। जिले में कोरोना से संक्रमित नौ नए केस सामने आए हैं। उन्होंने कहा कि अब तक 22004 पॉजिटिव केस सामने आ चुके हैं। इनमें से 21561 मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं और 350 कोरोना पाजिटिव मरीजों की मौत हो चुकी है। जिले में कोरोना वायरस के 93 एक्टिव केस हैं।
उपमंडल में वैक्सीनेशन का कार्य तेज : कपिल शर्मा
शाहाबाद के एसडीएम कपिल शर्मा ने बताया कि उपमंडल क्षेत्र में वैक्सीनेशन का कार्य तेजी से किया जा रहा है। कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव को रोकने में टीका एक मजबूत सुरक्षा कवच है। टीकाकरण के कार्य के तहत उद्योगों में काम करने वाले लोगों को भी वैक्सीनेट किया जा सके। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उनका भी टीकाकरण करें। फैक्टरियों में कार्यरत सभी लोगों का टीकाकरण किया जाएगा। इसके लिए उद्योगों में 50 से अधिक व्यक्तियों का होना जरूरी है। इसके साथ 50 से अधिक आम नागरिक एकजुट होकर किसी भी स्थान पर शिविर लगवा सकते हैं।
जिले के 45 कंटेनमेंट जोन को किया डी-नोटिफाई, आठ नए बनाए
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : जिले में कोरोना केसों की रिकवरी के बाद 45 कंटेनमेंट जोन को डी-नोटिफाई किया गया है।
एसडीएम अखिल पिलानी ने बताया कि प्रशासन ने निर्धारित दिनों के अनुसार समयावधि समाप्त होने पर कंटेनमेंट व बफर जोन को हटा दिया है, लेकिन कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए लोगों को भी अभी पूरी सतर्कता बरतनी होगी। इनमें एडवाइजरी के अनुसार जिले के मसाना, ईशरगढ़, कौलापुर, सांवला सहित 45 कंटेनमेंट व बफर जोन हैं। यहां शारीरिक दूरी व मास्क लगाने के नियमों की पालना करनी होगी। इसके अलावा कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए जिला में माडल टाउन पिहोवा, बीड़ पिपली सहित आठ स्थानों पर कोरोना पाजिटिव केस मिलने पर कंटेनमेंट जोन बनाने के आदेश दिए है। इन क्षेत्रों में कंटेनमेंट और बफर जोन बनाकर नोडल अधिकारी नियुक्त कर हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए है। प्रशासन ने रिपोर्ट पाजिटिव आने के तुरंत बाद ही संबंधित क्षेत्रों में सैनिटाइज करने के आदेश दिए है।