करीब आठ लाख क्विटल गेहूं से अंटी मंडियां, ब्रह्मसरोवर की पार्किंग तक पहुंची गेहूं
जागरण संवाददाता कुरुक्षेत्र पिछले दो दिनों तक आढ़तियों के खरीद में सहयोग न करने पर जिल
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : पिछले दो दिनों तक आढ़तियों के खरीद में सहयोग न करने पर जिला भर की अनाज मंडियां गेहूं से अट गई हैं। अनाज मंडियों में करीब आठ लाख क्विटल गेहूं पहुंचा है। इसमें से शनिवार को ही दो लाख क्विटल के करीब गेहूं पहुंचने का अनुमान है। थानेसर की नई अनाज मंडी में शुक्रवार की रात और शनिवार की सुबह आवक की तेजी होने पर ब्रह्मसरोवर की पार्किंग में भी गेहूं उतारनी पड़ी है। अनाज मंडी के चार आढ़तियों ने ब्रह्मसरोवर की पार्किंग में गेहूं उतारी है। दूसरी ओर आढ़तियों की मांगों पर सहमति बनने से शनिवार से सुबह से आढ़तियों ने तुलाई और भराई का काम तेज कर दिया है। इतना ही नहीं कई आढ़तियों ने तो शुक्रवार की रात को ही एसोसिएशन की ओर से फैसला लेते ही तुलाई-भराई का काम शुरू कर दिया था। अनाज मंडी में खरीद का काम शुरू होते ही उठान में तेजी आ गई है।
सात मंडियों में ही पांच लाख क्विटल के करीब गेहूं
जिला की 52 अनाज मंडियां और खरीद केंद्र हैं। 12 अनाज मंडी और 10 खरीद केंद्रों पर अधिक आवक है। सात बड़ी अनाज मंडियों में ही पांच लाख क्विटल के करीब गेहूं पड़ा है। ऐसे में जिला भर की अनाज मंडियों में आठ लाख क्विटल के करीब गेहूं के ढेर लगे हैं। 10 अप्रैल आते-आते खेतों में खड़ी गेहूं भी पककर तैयार हो गई है। अब किसान कंबाइन मशीन मिलने का इंतजार कर रहे हैं। कंबाइन उपलब्ध होते ही 80 फीसद से ज्यादा किसान अपनी फसल कटाने की तैयारी में हैं।
प्रधान ने बैठक बुलाकर इस्तीफे की पेशकश की
थानेसर की नई अनाज मंडी में एसोसिएशन की प्रधान सुशील सिगला ने बैठक बुलाई। इसमें एक दिन पहले कुछ आढ़तियों का हड़ताल में सहयोग न करने का मामला उठा तो प्रधान ने अपने पद से ही त्यागपत्र देने की बात कह दी। इस पर आढ़तियों साफ इंकार कर दिया और कहा कि एसोसिएशन अपना काम ठीक तरह से कर रही है। उन्होंने इस्तीफा स्वीकार करने से ही इंकार कर दिया।
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पांच हजार आढ़ती और आठ हजार मजदूर जुटे
अनाज मंडियों में करीब पांच हजार आढ़तियों के साथ आठ हजार से भी अधिक मजदूर काम कर रहे हैं। हरियाणा राज्य अनाज मंडी आढ़ती एसोसिएशन के जिला सचिव हरविद्र बंसल ने कहा कि सरकार के साथ सहमति बन गई है। अब आढ़ती अपने मजदूरों के साथ जल्द से जल्द खरीद को पटरी पर लाने का प्रयास करेंगे। किसानों को कोई समस्या नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने अधिकारियों से जल्द ब्रह्मसरोवर पर गेहूं उतारने की परमिशन जारी करने की मांग की है।