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कांफ्लुएंस-19 के दूसरे दिन लोक नृत्य में एनबीसी निट ने प्राप्त किया प्रथम स्थान

राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआइटी) में चल रहे वार्षिक सांस्कृतिक एवं साहित्यिक महोत्सव कांफ्लुएंस-19 के दूसरे दिन लोक नृत्य, कोरिओनाइट, नुक्कड़ नाटक मुख्य आकर्षण का केंद्र रहे। कोरिओग्राफी के अंतिम चरण के लिए कुल पांच टीमों को चयनित किया गया। जिसमें दिल्ली विश्वविद्यालय की दो टीमों कमला नेहरु एवं ¨हदू कॉलेज ने पहले एवं दूसरे स्थान पर अपना परचम लहराया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 16 Feb 2019 08:54 AM (IST)Updated: Sat, 16 Feb 2019 08:54 AM (IST)
कांफ्लुएंस-19 के दूसरे दिन लोक नृत्य में एनबीसी निट ने प्राप्त किया प्रथम स्थान
कांफ्लुएंस-19 के दूसरे दिन लोक नृत्य में एनबीसी निट ने प्राप्त किया प्रथम स्थान

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र: राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआइटी) में चल रहे वार्षिक सांस्कृतिक एवं साहित्यिक महोत्सव कांफ्लुएंस-19 के दूसरे दिन लोक नृत्य, कोरिओनाइट, नुक्कड़ नाटक मुख्य आकर्षण का केंद्र रहे। कोरिओग्राफी के अंतिम चरण के लिए कुल पांच टीमों को चयनित किया गया। जिसमें दिल्ली विश्वविद्यालय की दो टीमों कमला नेहरु एवं ¨हदू कॉलेज ने पहले एवं दूसरे स्थान पर अपना परचम लहराया। वहीं दूसरी तरफ लोक नृत्य में फिर से एनबीसी निट कुरुक्षेत्र की टीम ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है।

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संस्थान के जुबली हॉल में दिनभर एक के बाद एक सांस्कृतिक एवं साहित्यिक कार्यक्रमों का सिलसिला जारी रहा। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में मूनलाइट सोनाटा, अलाप प्रमुख रहे। जिनमें दीपक ने पहला और हर्षवर्धन ने दूसरा स्थान प्राप्त किया है। कवि सम्मेलन प्रतियोगिता में कुल बारह छात्र कवियों को अंतिम चरण के लिए चुना गया था। जिनमें से शुभम और सौरभ को विजेता घोषित किया गया। वहीं दूसरी तरफ ओपन माइक प्रतियोगिता में कनिका विजेता रही। सभी समितियों की अध्यक्षा प्रो. ज्योति ओहरी ने बताया की विभिन्न क्लबों द्वारा आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में अधिकतम अपने अंतिम चरण तक पहुंच चुके हैं और कुछ प्रतियोगिताओं के विजेता घोषित किए जा चुके हैं। देश में मनाया जा रहा है दुख और एनआइटी में सुनाई दे रही है डीजे की धुन

वहीं देश भर में पुलवामा में शहीद हुए 42 जवानों की याद में मातम का माहौल है वहीं एनआइटी में डीजे की धुन पर युवा नाच रहे थे। एनआइटी में रहने वाले और आसपास के लोगों ने भी इस कार्यक्रम पर आपत्ति दर्ज कराई है। लोगों को कहना है कि अगर देश का युवा ये सब सीख रहा है तो यह ठीक नहीं है। हालांकि प्रशासन का कहना है कि शहीद हुए जवानों को भी एनआइटी प्रशासन की ओर से श्रद्धांजलि दी गई। वहीं कांफ्लुएंस कार्यक्रम में आयोजकों की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रमों को बंद कर दिया गया। कार्यक्रम की संयोजिका डॉ. ज्योति ओहरी ने बताया कि बाहर से आने वाले टीमों के कार्यक्रमों को करवाया गया है। इसके अलावा बाहर लगे सभी डीजे और अन्य कार्यक्रमों को बंद कर दिया गया है।


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