सरकार के खिलाफ थाने में गरजे बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कर्मी
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कर्मचारियों ने सुबह थाना आदर्श में पहुंच क
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कर्मचारियों ने सुबह थाना आदर्श में पहुंच कर सामूहिक गिरफ्तारियां दी। लगभग 101 कर्मचारियों को पुलिस ने हिरासत में लिया गया, जबकि एस्मा के तहत केस दर्ज कर 10 कर्मचारी नेताओं गिरफ्तार किया और उन्हें अदालत में पेश किया। अदालत ने कर्मचारियों को जमानत पर छोड़ दिया ।
कर्मचारी नेता सुभाषवती व डॉक्टर सुदेश ने कहा कि बुधवार को कर्मचारी थीम पार्क में सरकार के राजनीतिक मोक्ष के लिए हवन करेंगे और इसके बाद एस्मा लगाए जाने के खिलाफ शहर में प्रदर्शन करेंगे। दोपहर बाद कर्मचारी धरना स्थल पर पहुंचेंगे और वहीं सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे
सर्वकर्मचारी संघ हरियाणा जिला कमेटी कुरुक्षेत्र की उपस्थिति में बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कर्मचारी एसोसिएशन के कर्मचारियों ने थाना आदर्श में बड़े उत्साह के साथ नारेबाजी करते हुए सामूहिक गिरफ्तारियां पिहोवा के नायब तहसीलदार कृष्ण कुमार व थाना प्रभारी छोटू राम की उपस्थिति में दी। जिला प्रधान सुभाषवती ने कहा कि कर्मियों की कई मांगों को सरकार अटकाए बैठी हुई है, जिसको लेकर कर्मचारियों ने इसी माह तीन दिन तक सांकेतिक धरना भी दिया था, मगर सरकार ने फिर भी उनकी मांगे नहीं मानी। उन्होंने कहा कि अब तब तक महिला कर्मियों को ड्रेस अलाउंस नहीं दिया जाता और एचपीए रिवाइज नहीं किया जाता तथा कर्मियों का पे-बैंड रिवाइज नहीं किए जाते तब तक कर्मचारी हड़ताल पर ही रहेंगे। कर्मचारियों ने कहा कि बहुउद्देशीय कर्मचारी पूरी इमानदारी से काम कर रहे हैं, लेकिन सरकार फिर भी उनकी अनदेखी कर रही है, जिसे कतई भी सहन नहीं किया जाएगा। बाक्स
एस्मा के तहत इन्हें किया गिरफ्तार पुलिस ने डॉ. सुदेश, सुभाषवती, प्रवीण कुमारी, मनोज कुमार, जग फूल, भागवंती, कुलदीप, अमरजीत, कृष्णा मल्होत्रा एवं कृष्णा देवी के खिलाफ एस्मा के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया था। अदालत ने सायं सभी को जमानत पर छोड़ दिया। बाक्स
सरकार कर रही कर्मचारियों का दमन सर्वकर्मचारी संघ से सुरेश गुढा, ओमप्रकाश, सुनील रत्न, आनंद ¨सह, कृष्ण कुमार, जन संघर्ष मंच से उषा कुमारी व बहुउद्देशीय कर्मचारी संघ की सुभाषवती, प्रवीण, मनोज धीमान, कुलदीप, डॉ. सुदेश ने कहा कि सरकार कर्मचारियों का दमन करने पर लगी है। कर्मचारी इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। अब सरकार से आरपार की लड़ाई होगी। कर्मचारी किसी भी सूरत में झुकने को तैयार नहीं हैं। कर्मचारी बड़े से बड़ा बलिदान देने को तैयार हैं।