28 हजार 500 परीक्षार्थियों में से 17 हजार 97 ने ही दी परीक्षा
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : पहले दिन शनिवार को हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग द्वारा ग्रुप-डी के लिए आयोजित परीक्षा में 28 हजार 500 परीक्षार्थियों में से 17 हजार 97 ही परीक्षा में बैठे।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र :
पहले दिन शनिवार को हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग द्वारा ग्रुप-डी के लिए आयोजित परीक्षा में 28 हजार 500 परीक्षार्थियों में से 17 हजार 97 ही परीक्षा में बैठे। 51 केंद्रों पर दो सत्रों में आयोजित हुई इस परीक्षा में कड़ी सुरक्षा के बीच से परीक्षार्थियों को गुजरना पड़ा। महिलाओं की परीक्षा केंद्रों के द्वार पर ही शुरू हो गई जहां पर उनके सुहाग की निशानी चूड़ी, मंगलसूत्र, पैरों की चुगटियां तक उतरवा दी गई। कई महिलाओं ने इसका विरोध भी किया। वहीं कई जगह गेट पर परीक्षार्थियों के जूते निकलवा कर जांच की गई और उन्हें नंगे पांव जूते हाथ में उठाकर कमरों तक जाना पड़ा। एसएमबी गीता स्कूल में पथरी के दर्द से एक परीक्षार्थी की हालत खराब हो गई, जिसके चलते प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। इसके बाद तुरंत उसे एंबुलेंस बुलाकर उपचार दिलाया गया। बस चाय के खोखे तक छोड़ दिए.. दूर दराज क्षेत्रों से आने वाले परीक्षार्थियों के चेहरे पर जहां अच्छा पेपर करने की ¨चता दिखाई दे रही थी वहीं ऐसे मस्तमौला परीक्षार्थी भी पहुंचे जिन्होंने खूब मस्ती की। एक वाकया पिहोवा रोड का है। जहां कुछ युवा और एक व्यक्ति को गोद में बच्चा लिए देख केआइटीएम के नजदीक लंबे रूट की बस के कंडक्टर ने चालक को बस रोकने के लिए कहा। कंडक्टर ने कहा कि लाग्गै कोई पेपर देन आला है। बस रोक कर उन्हें बस में चढ़ाया। मगर जब बस कंडक्टर ने परीक्षा देने आए परीक्षार्थियों से पूछा कि उन्हें कहां जाना है तो इनमें से एक बोला, म्हान्नै कहां जाणा, बस आगे चाह के खोखे तक छोड़ दिए। यह सुनकर कंडक्टर का चेहरा गुस्से से लाल हो गया और बस में सवार यात्री हंस-हंसकर लोटपोट हो गए। वाहन चालकों ने खूब कूटी चांदी जिले के करीब 51 केंद्रों पर परीक्षा का आयोजन किया गया, जिन तक पहुंचने के लिए अनजान विद्यार्थियों को खूब जद्दोजहद करनी पड़ी। इसका फायदा उठाकर आटो व रिक्शा चालकों ने खूब चांदी कूटी। आटो चालकों ने विद्यार्थियों से मनमाना किराया वसूला। सड़कों पर रही खूब भीड़ जिले में आयोजित हुई परीक्षा में आए हजारों विद्यार्थियों में से कई निजी वाहनों से परीक्षा देने पहुंचे। दोपहर और सांय को दो सत्रों में परीक्षा आयोजित हुई। दोनों सत्रों में जब भी परीक्षा संपन्न हुई तो सड़कों पैदल और वाहनों की भीड़ लग गई। कई जगहों पर जाम की स्थिति भी सामने आई। जैमर के कारण दिन भर नहीं मिले मोबाइल परीक्षा आयोजन को लेकर स्कूलों में लगाए गए जैमर की वजह से दिन भर मोबाइल की नेटवर्किंग में दिक्कत रही। शहर में मोबाइल के टॉवर तो मिले, लेकिन रेंज नहीं होने की वजह से न तो फोन मिले और न ही आवाज ठीक से पहुंची। मोबाइल का इंटरनेट भी नहीं चल पाया। देर सांय को परीक्षा संपन्न होने के बाद समस्या कुछ ठीक हुई। पैसे लिए जाने की जांच होगी : एसडीएम एसडीएम अनिल यादव ने बताया कि शांतिपूर्ण ढंग से परीक्षा संपन्न हुई है। अगर कुछ निजी स्कूलों में बैग व सामान रखने के लिए परीक्षार्थियों से पैसे लिए जा रहे हैं तो उसकी जांच कराई जाएगी। जब व्यवस्था की गई है तो पैसे कैसे लिए जा रहे हैं। इसकी जांच होगी।