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करोड़ों का धान खरीद अधिकारी सुस्ताए, किसानों को चव्वनी की भी पेमेंट नहीं

पहले धान खरीद में देरी और फिर पोर्टल में तकनीकी खामी।

By JagranEdited By: Published: Tue, 13 Oct 2020 07:00 AM (IST)Updated: Tue, 13 Oct 2020 07:00 AM (IST)
करोड़ों का धान खरीद अधिकारी सुस्ताए, किसानों को चव्वनी की भी पेमेंट नहीं
करोड़ों का धान खरीद अधिकारी सुस्ताए, किसानों को चव्वनी की भी पेमेंट नहीं

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : पहले धान खरीद में देरी और फिर पोर्टल में तकनीकी खामी। अब बात किसानों को पेमेंट करने की आई तो अधिकारी फिर से अटक गए। जिले में करोड़ों का धान खरीदी गया है, लेकिन पेमेंट चव्वनी की भी नहीं की। ऐसे में किसान आढ़ती के चक्कर काटने को मजबूर है।

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जिले में 17 मंडियों और खरीद केंद्रों पर धान खरीद का कार्य चल रहा है। अधिकारियों की माने तो खरीद एजेंसियों ने करीब 4.43 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद की है। इसमें से करीब 3.16 लाख मीट्रिक टन धान का उठान कार्य पूरा कर लिया है। किस एजेंसी ने कितना धान खरीदा

डीसी शरणदीप कौर बराड़ ने बताया कि फूड एंड सप्लाई विभाग ने 3 लाख 13 हजार 375 मीट्रिक टन, हैफेड ने 1 लाख 28 हजार 506 मीट्रिक टन व एफसीआई द्वारा 240 मीट्रिक टन धान की खरीद की है। इसमें से फूड एंड सप्लाई ने 2 लाख 29 हजार 212 मीट्रिक टन व हैफेड ने 86 हजार 416 मीट्रिक टन धान का उठान कर लिया है। करीब 48 हजार किसानों की धान की फसल न्यूनतम समर्थन मूल्य पर ली है।

कई काम निपटाने हैं पेमेंट मिलने पर

गांव गोबिद माजरा के किसान राम स्वरूप ने बताया कि पेमेंट न होने से परेशानी झेलनी पड़ रही है। इसके बिना कई काम अटके हुए हैं। छोटा किसान केवल फसल पर निर्भर होता है। ऐसे में अगर उसे समय पर पेमेंट नहीं मिलेगी तो उनके सारे काम बिगड़ जाते हैं। सरकार अपने वायदे के अनुसार 72 घंटे में पेमेंट करनी चाहिए।

गांव राय माजरा के किसान पालाराम ने बताया कि फसल बिकने की सबको जानकारी होती है। वह उधार लिए पैसे के लिए किसान से समय पर आने की उम्मीद रखता है। किसान भी इसके प्रयास में रहता है। अधिकारी किसान को पेमेंट नहीं कर रहे हैं। ऐसे में उनके सामने कई परेशानी आन खड़ी हुई हैं।

विक्रास ट्रेडिग कंपनी के संचालक कर्म सिंह ने बताया कि पेमेंट न होने से किसानों के साथ-साथ आढ़ती भी परेशान हैं। किसान लगातार पेमेंट की मांग कर रहे हैं, जबकि पेमेंट उनके खाते में ही नहीं आई है। उसके बाद हिसाब-किताब कर किसान को पेमेंट देनी है। इस समय आढ़तियों की हालत भी खराब होती जा रही है।

अनाज मंडी आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान दयाल चंद ने कहा कि किसानों को किसी प्रकार की परेशानी न हो इसके लिए मंडी में खरीद कार्य को सुचारू रखने में आढ़ती पूर्ण सहयोग दे रहे हैं। सरकार को चाहिए कि तुरंत पेमेंट की जाए। मंगलवार को विधायक से मिल कर समस्या से अवगत कराया जाएगा। अगर दो दिन के अंदर पेमेंट नहीं आई तो आढ़ती प्रदर्शन करेंगे।

डीएफएससी कर सकती है आज पेमेंट

अनाज मंडी सचिव हरजीत सिंह का कहना है कि उनकी खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अधिकारियों से बातचीत हुई है। अधिकारियों का कहना है कि आज तीन अक्टूबर तक हुई खरीद की पेमेंट जल्द ही की जाएगी। मंडी में धान खरीद व लिफ्टिग का कार्य सुचारू रूप से चल रहा है।

पोर्टल में खामियों के चलते अब तक पेमेंट नहीं हो पाई है। 3.89 करोड़ की पेमेंट करने की सिफारिश निदेशालय को की है। एक-दो दिन में पेमेंट मिल जाएगी। किसानों व आढ़तियों को किसी तरह की परेशानी नहीं आने दी जाएगी।

कुशलपाल बुरा, नियंत्रक, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग।


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