नौनिहालों और गर्भवतियों के पोषण पर खिलवाड़
धर्मनगरी के आंगनबाड़ी केंद्रों में नौनिहालों के खाने के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। दो साल से आंगनबाड़ी केंद्रों पर पंजीरी की सप्लाई नहीं हुई है।
अनुज शर्मा, कुरुक्षेत्र : धर्मनगरी के आंगनबाड़ी केंद्रों में नौनिहालों के खाने के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। दो साल से आंगनबाड़ी केंद्रों पर पंजीरी की सप्लाई नहीं हुई है। जबकि खाने के चार्ट में 15 जगह पंजीरी देना लिखा हुआ है। जिले की 1075 में से अधिकतर आंगनबाड़ी की स्थिति एक जैसी ही है। यही नहीं, पंजीरी न आने पर आंगनबाड़ी में खाने का मेन्यू तक नहीं बदला जा सका है। बच्चे ही नहीं गर्भवती महिलाओं को भी पौष्टिक आहार के लिए तरसना पड़ रह है। महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों से कार्यालय की सुस्ती नहीं टूट पा रही।
विभाग के एक जानकार ने बताया कि आखिरी बार 2018 में पंजीरी की सप्लाई आई थी। इसके बाद से यहां पर पोषक पंजीरी की सप्लाई नहीं हुई है। ऐसे में आंगनबाड़ी केंद्रों पर चीनी, आटा व जरूरत का अन्य सामान उपलब्ध कराया जाता है। केंद्रों पर ही पंजीरी तैयार की जा रही है।
जिले की आंगनबाड़ी में राशन खत्म
अधिकतर आंगनबाड़ी केंद्रों का राशन खत्म हो गया है। इससे बच्चों व गर्भवतियों के लिए खाना बनवाने में परेशानी आ रही है। कई आंगनबाड़ी वर्कर व हेल्परों ने बताया कि आंगनबाड़ी में जनवरी माह से चीनी, आटा, तेल समेत राशन का सामान खत्म हो चुका है। राशन के लिए कई अधिकारियों को कह चुके हैं। फरवरी का आधा महीना बीत जाने के बाद भी राशन नहीं आ पाया है। वर्जन :
मुझे आंगनबाड़ी केंद्रों पर दो साल से मेन्यू चार्ट बदलने की जानकारी नहीं है। अगर ऐसा है तो जल्द ही डाइटीशियन से नया शेड्यूल बनवाकर आंगनबाड़ी केंद्रों में लगवाया जाएगा। पौष्टिक पंजीरी पीछे से ही नहीं आ रही। राशन जल्द ही भिजवाया जाएगा।
- कुसुम कांबोज, सीडीपीओ, महिला एवं बाल विकास विभाग, कुरुक्षेत्र।