इंद्रा कॉलोनी में चल रहा बाल विवाह रुकवाया
जिला महिला संरक्षण एवं बाल विवाह निषेध अधिकारी ने बृहस्पतिवार देर शाम चौदह वर्ष की नाबालिग का विवाह रुकवाया। करनाल के एक गांव की महिला अपनी बेटी की शादी करवाने के लिए पिछले एक हफ्ते से कुरुक्षेत्र में रह रही थी।
अनुज शर्मा, कुरुक्षेत्र : जिला महिला संरक्षण एवं बाल विवाह निषेध अधिकारी ने बृहस्पतिवार देर शाम चौदह वर्ष की नाबालिग का विवाह रुकवाया। करनाल के एक गांव की महिला अपनी बेटी की शादी करवाने के लिए पिछले एक हफ्ते से कुरुक्षेत्र में रह रही थी। लेकिन मां के इस इरादे पर जिला महिला संरक्षण एवं बाल विवाह निषेध अधिकारी ने मौके पर पहुंचकर बाल विवाह को रुकवाकर पानी फेर दिया। जब तक लड़की बालिग नहीं हो जाती तब तक शादी न करवाने के शपथ-पत्र स्वजनों से लिए गए हैं। उसके बाद नाबालिग लड़की व लड़के को छोड़ा।
जिला महिला संरक्षण एवं बाल विवाह निषेध अधिकारी सविता राणा ने बताया कि उन्हें 11 मार्च को सूचना मिली थी कि जिला करनाल में नाबालिग लड़की शादी करवाई जा रही है। उन्होंने करनाल की प्रोटेक्शन ऑफिसर को फोन कर सूचना दी। उनकी टी पहुंची तो वहां पर लड़की का पिता मिला। उसने बताया कि उसकी पत्नी व बेटी एक सप्ताह से कुरुक्षेत्र के मोहन नगर के आस-पास रह रही हैं। इसके बाद कुरुक्षेत्र की टीम ने सर्च अभियान चलाया तो इंद्रा कॉलोनी में शादी समारोह का टेंट लगा मिला। यहां पर टीम के साथ देर शाम करीब सात बजे पहुंची और उम्र के दस्तावेज जांचे तो लड़की की उम्र साढ़े चौदह वर्ष व लड़के की उम्र 22 वर्ष मिली। विवाह को रुकवा दिया। ऑफिस में आकर दोनों परिवार के लोग लगे डराने
दोनों परिवार बालिग होने तक शादी न करवाने का शपथ पत्र देने के लिए ऑफिस में पहुंचे तो स्वजनो ने अधिकारी को बताया कि दोनों बच्चों ने गोलियां खा ली हैं। अगर उनके बच्चों को कुछ हुआ तो तुम देख लेना की तुम्हारा क्या होगा और कहा कि हम सबकी नाबालिग में ही शादी हुई है? जब हमारी शादी हो रही थी तो उस समय कहां थे?