सावधानी से ही बच सकती है जान
मौसम सर्द होने के साथ ही कोहरे ने भी दस्तक देना शुरू कर दिया है। खासकर बाहरी और मैदानी इलाकों में इसका असर दिखने लगा है। जैसे-जैसे ठंड बढ़ेगी कोहरा घना होने के साथ ही सड़क पर चलने के लिहाज से खतरनाक होता जाएगा। घने कोहरे में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या बढ़ जाती है।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : मौसम सर्द होने के साथ ही कोहरे ने भी दस्तक देना शुरू कर दिया है। खासकर बाहरी और मैदानी इलाकों में इसका असर दिखने लगा है। जैसे-जैसे ठंड बढ़ेगी, कोहरा घना होने के साथ ही सड़क पर चलने के लिहाज से खतरनाक होता जाएगा। घने कोहरे में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या बढ़ जाती है। ऐसे में अतिरिक्त सावधानी का पालन करते हुए वाहन चलाने के साथ ही घर से निकलने से पहले की गई तैयारी कोहरे से होने वाली दुर्घटना रोक सकती है।
गाड़ी चलाते समय हर किसी के लिए सावधानी बरतना आवश्यक होता है। खासकर घने कोहरे में रात में सफर करते समय अनिवार्य रूप से वाहन धीमी रफ्तार से ही चलाएं। कोहरे में गाड़ी चलाते समय आगे चल रहे वाहन को ओवरटेक करने से यथासंभव बचें। पार्किंग लाइट जलाकर गाड़ी चलना सुरक्षित रहता है। अगर हाईवे पर ड्राइव कर रहे हैं तो कोशिश करें कि डिवाइडर के बगल से ही गाड़ी चलाएं। अगर सामान्य सड़क पर गाड़ी चला रहे हैं तो आगे चलने वाले वाहन के पीछे चले और निश्चित दूरी बनाए रखें। ठीक रखें वाहन की लाइटें
कोहरे में निकलने से पहले गाड़ी की हेड लाइट व बेक लाइट चेक कर लें। हेड लाइट में हमेशा उम्दा किस्म के बल्ब का इस्तेमाल करें। गाड़ी चलाते समय हेड लाइट लो बीम पर ही रखें। हाई बीम पर कोहरे में प्रकाश परावर्तित होकर आंखों में पड़ता है, जिससे सामने देखने में दिक्कत होती है। फॉग लाइट का करें प्रयोग
कोहरे में निकलना हो तो गाड़ी को फॉग के लिहाज से अपडेट करना आवश्यक है। इसके लिए सबसे जरूरी है फॉग लाइट। इसकी मदद से हेड लाइट के मुकाबले ज्यादा अच्छी तरह से और दूर तक देख सकते हैं। फॉग लाइट को बंपर के नीचे लगवाना बेहतर होगा। इससे इसकी लाइट सड़क के करीब रहती है और घने कोहरे में साफ देखने में मदद करती है। फॉग लाइट के साथ हेड लाइट भी जलाए रखें। गाड़ी के आगे पीछे लगवाएं रेडियम स्टीकर
गाड़ी के आगे-पीछे रेडियम स्टीकर लगाकर भी कोहरे में हादसे से बचा जा सकता है। रेडियम स्टीकर थोड़ी सी भी रोशनी पड़ने पर दूर तक चमकता है। इससे आगे या पीछे से आने वाले दूसरे वाहन चालक को आपकी गाड़ी की मौजूदगी का पता चल जाएगा। हॉर्न और लाइट भी ठीक रहना आवश्यक
कोहरे में निकलने से पहले गाड़ी का हार्न जरूर चेक कर लें। घने कोहरे में चलते समय हेड लाइट से दूर तक नहीं दिखाई देता है लेकिन हॉर्न बजाने से आगे-पीछे चलने वाले वाहनों के चालकों को आपकी गाड़ी की मौजूदगी का पता चल जाता है। इसके अलावा डे टाइम रनिग लाइट भी कोहरे में चलने के लिए जरूरी है। यह सफेद और काफी चमकीली होती है। बीएस फोर मॉडल की गाड़ियों में यह लाइट कंपनी से ही लगी होती है। पुरानी गाड़ियों में भी इसे आसानी से लगवाया जा सकता है। यह भी है जरूरी
- कभी भी धैर्य खोकर जल्दबाजी न दिखाएं, सिग्नल तोड़कर या सामने से गाड़ी को आता देख भागकर रोड क्रॉस कभी न करें।
- वन वे में कभी भी रिवर्स या अपोजिट डायरेक्शन में गाड़ी न चलाएं।
- यदि इंडिकेटर व ब्रेक लाइट काम नहीं करें, तो जब तक वो रिपेयर न हो जाएं, तब तक हाथों के साइन का प्रयोग करें।
- यू टर्न लेते समय भी इंडिकेटर जरूर दें और जहां यू टर्न की अनुमति नहीं है, वहां से यू टर्न कभी न लें।
अगर दाहिनी ओर मुड़ना है, तो पहले सड़क के बीच सुरक्षित तरीके से आएं, फिर दाहिनी ओर पहुंचे। टर्न लेने के बाद गाड़ी वापस सड़क की बाईं तरफ ही रखकर ड्राइव करें।
-कीप लेफ्ट यानी बाईं ओर ही वाहन चलाएं।
- बाईं ओर से टर्न लेना हो, तो टर्न लेने के बाद भी बाईं ओर ही गाड़ी चलाएं।
- लेन को कट-क्रॉस न करें, जैसे-आपको बाईं तरफ टर्न लेना है, तो गाड़ी को दाहिनी तरफ रखकर फिर बाईं ओर मुड़ने का जोखिम न उठाएं। शुरू से ही बाईं ओर गाड़ी रखें।
- बेवजह हॉर्न न बजाएं।
- कर्कश या तेज आवाज वाले हार्न का इस्तेमाल न करें।
- अपने सभी जरूरी कागजात साथ ही रखें, जैसे ड्राइविग लाइसेंस, इंश्योरेंस, गाड़ी के रजिस्ट्रेशन संबंधी कागजात।
- कभी भी यह सोचकर गाड़ी न चलाएं कि आप किसी प्रतियोगिता में हिस्सा ले रहे हैं और सड़क के बाकी लोग आपके प्रतियोगी हैं, जिनसे आपको आगे निकलना है।
- बेवजह के स्टंट्स न दिखाएं. यही सोचें कि जान से ज्यादा कीमती कुछ भी नहीं।
- अपने वाहन की नियमित सर्विसिग करवाएं।
- सड़क क्रॉस करते वक्त जेब्रा क्रॉसिग सिग्नल, सब-वे, फुट ओवर ब्रिज का उपयोग करें। जिन जगहों पर ये सुविधाएं न हों, वहां सुरक्षित जगह देखकर क्रॉस करें।
- ग्रीन सिग्नल के वक्त ही रोड क्रॉस करें या फिर यदि वहां ट्रैफिक पुलिस है, तो उसके निर्देशों के अनुसार सड़क क्रॉस करें।
- कभी भी टेढ़े-मेढ़े यानी जिग-जैग तरीके से ड्राइव न करें, जो अक्सर टू व्हीलर वाले करते हैं।
- वाहन चलाते समय फोन का इस्तेमाल न करें, शराब पीकर ड्राइव न करें, बहुत ज्यादा वजन लेकर ड्राइव न करें और बहुत तेज रफ्तार से बचें।