कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय का छात्र सात दिन से लापता
फोटो संख्या : 27 व 28 - परिजनों का आरोप 36 लाख रुपये की देनदारी के चलते किया गया है
फोटो संख्या : 27 व 28
- परिजनों का आरोप 36 लाख रुपये की देनदारी के चलते किया गया है अपहरण या हत्या
- परिजनों का आरोप पुलिस ने बदले उनके बयान, अब गुमशुदगी के मामले में जोड़ी अपहरण की धारा
-लापता छात्र हिसार के गांव कोथ कला का है रहने वाला
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से एमफिल कर पीएचडी की तैयारी कर रहे हिसार के गांव कोथ कला का छात्रा दिनेश कुमार सात दिन से लापता है। परिजनों का आरोप है कि पैसे की देनदारी के चलते उसका अपहरण किया गया है। उन्होंने छात्र की हत्या की भी आशंका जताई है। परिजनों ने पुलिस पर भी आरोप लगाया है कि उनके बयानों को बदला गया है। इसे लेकर परिजन सोमवार को पुलिस अधीक्षक अभिषेक गर्ग से मिले। पुलिस अधीक्षक ने मामले में तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
परिजनों का आरोप पैसे की देनदारी के चलते किया है अपहरण
हिसार के गांव कोथ कला निवासी जगमंद्र ने पुलिस अधीक्षक को दी शिकायत में बताया कि उनका भतीजा दिनेश कुमार कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से एमफिल करने के बाद नेट की तैयारी कर रहा था। थर्ड गेट के समीप ही वह किराए पर कमरा लेकर रह रहा था। उसके एक दोस्त ने डेढ़ साल पहले उसे बातों में बहकाया और कहा कि सरकार में उसका हाथ है। वह कई लड़कों को नौकरी लगवा सकता है। उसके भतीजे ने छोटे भाई मनोज से 10 लाख, मंदीप से 13 लाख, दिलबाग ¨सह से आठ लाख, दिलबाग ¨सह से पांच लाख कुछ 36 लाख रुपये दिए थे। उक्त युवक ने पैसे देने वालों को नौकरी नहीं लगवाया। दिनेश के पैसे देने के लिए जब दबाव बनाया तो दिनेश को पूना बुलाया और 10-12 दिन अपने साथ रख कर वापस भेज दिया और कहा कि 12 नवंबर तक वह पैसे वापस दे देगा। दिनेश को 12 नवंबर 2017 को गुड़गांव बुलाया और उसे 20 लाख रुपये का चेक दे दिया। बाद में पता चला कि वह बंद खाते का था। जगमंद्र का आरोप है कि उसे फिर से गुड़गांव बुलाया था। आरोप है कि दिनेश को आत्मदाह, मानसिक परेशान व घर वालों को परेशान करने की धमकी दी और कहा कि अगर इस दौरान उसे कुछ हो जाता है उसकी जिम्मेदारी दिनेश व उसके मित्र सुरेंद्र की होगी। उक्त युवक ने फरवरी 2018 में पूरे रुपये देने का वादा किया था। दो बार उक्त युवक कुरुक्षेत्र में आया और दिनेश को फोन कर बुलाया गया, मगर पैसे नहीं दिए। चार मार्च को रात पौने आठ बजे फिर से उक्त युवक ने फोन किया और दिनेश को अकेले बुलाया था। उसके बाद से दिनेश का कुछ पता नहीं चल पाया। जगमंद्र का आरोप है कि पैसे की देनदारी के चलते उसका अपहरण किया गया है। उन्होंने हत्या की भी आशंका जताई है।
पांच मार्च को चल रहा था दिनेश का फोन
जगमंद्र ने बताया कि पांच मार्च को दिनेश के दोस्त किस्मत ने उसे फोन किया था। उस दिन उसकी लोकेशन शाहाबाद की थी। जब किस्मत ने फोन किया कि किसी अन्य ने फोन रिसीव किया और कहा था कि पांच मिनट में दिनेश से बात कराएंगे, मगर उसके बाद से संपर्क नहीं हुआ।
पुलिस ने बदले हैं बयान
जगमंद्र का आरोप है कि उन्होंने छह मार्च को पुलिस में दिनेश के गुमशुदा होने की शिकायत की थी। इस दौरान उन्होंने उक्त युवक को भी बुलाया था। जो बयान उन्होंने लिखवाए थे उन्हें बदला गया है। बयान की जो काफी उन्हें दिखाई गई थी उसमें उक्त युवक के हस्ताक्षर व मोबाइल नंबर था, मगर जो काफी उन्हें दी गई उसमें केवल मोबाइल नंबर है।
पुलिस कर रही है जांच
पुलिस अधीक्षक अभिषेक गर्ग का कहना है कि परिजनों ने उन्हें शिकायत दी है। परिजन पैसे की देनदारी का भी आरोप लगा रहे हैं। परिजनों ने तीन युवकों के नाम भी दिए हैं। जिससे पूछताछ की जा रही है।