हरियाणा सरल पोर्टल में प्रदेश भर में दूसरे नंबर पर पहुंचा कुरुक्षेत्र
कुरुक्षेत्र को हरियाणा सरल पोर्टल में सबसे ज्यादा शिकायतों का समय पर समाधान करने पर प्रदेश भर में 22 जिलों में से दूसरा स्थान प्राप्त हुआ है। इस पोर्टल के माध्यम से कुरुक्षेत्र में एक लाख 77 हजार 461 आवेदन आनलाइन प्रणाली से प्राप्त हुए। इनमें से एक लाख 72 हजार 656 आवेदनों व समस्याओं को समय रहते हल करने का एक अनूठा कार्य किया।
- कुरुक्षेत्र में आनलाइन शिकायत, समस्या व लाभ के लिए एक लाख 77 हजार 461 लोगों ने दी दस्तक
- राजस्व विभाग से संबंधित सबसे ज्यादा पहुंचे एक लाख 13 हजार 286 सरल पोर्टल पर आवेदन जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र :
कुरुक्षेत्र को हरियाणा सरल पोर्टल में सबसे ज्यादा शिकायतों का समय पर समाधान करने पर प्रदेश भर में 22 जिलों में से दूसरा स्थान प्राप्त हुआ है। इस पोर्टल के माध्यम से कुरुक्षेत्र में एक लाख 77 हजार 461 आवेदन आनलाइन प्रणाली से प्राप्त हुए। इनमें से एक लाख 72 हजार 656 आवेदनों व समस्याओं को समय रहते हल करने का एक अनूठा कार्य किया। हालांकि पहले स्थान जिला चरखी दादरी को मिला है। अब प्रशासन पहले पायदान की ओर आगे बढ़ रहा है।
उपायुक्त डॉ. एसएस फुलिया ने बताया कि प्रदेश में सरल पोर्टल से अब घर बैठे आनलाइन सेवाएं लेने की प्रक्रिया काफी सरल हो गई है। किसी भी विभाग से संबंधित समस्या, शिकायत व अन्य काम के लिए कंप्यूटर या मोबाईल पर ही अपना काम करवा सकते हैं। इसके लिए सरकार ने सरलहरियाणाडाटजीओवीडाटइन पोर्टल बनाया है। इस पोर्टल पर जाकर 200 से ज्यादा सेवाओं का लाभ ले सकते हैं। उन्होंने बताया कि जिला कुरुक्षेत्र में सरल पोर्टल पर दी गई शिकायतों में से महज 11 प्रतिशत ही ऐसी शिकायतें जिनका समाधान करने में सात दिन से ज्यादा का समय लगा है। इस उपलब्धि को लेकर राज्य सरकार ने 9.1 सरल स्कोर दिया है। इस स्कोर से जिला कुरुक्षेत्र प्रदेश के सभी जिलों में दूसरे स्थान पर है। उन्होंने बताया कि सरल पोर्टल पर हरियाणा अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम की तीन में से एक शिकायत का समाधान किया गया। इसी तरह नवीनीकरण उर्जा विभाग की 154 में 50, हरियाणा पिछड़ा वर्ग एवं आर्थिक कमजोर सेक्शन कल्याण निगम विभाग की 106 में से 11, एसबीसी कल्याण विभाग की 740 में 304, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की 19 हजार 372 में से 17 हजार 917, बागवानी विभाग की 73 में से 73, अर्बन लोकल बाडिज की 1786 में 1768, जन स्वास्थ्य विभाग की 1477 में से 1473, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण की 1593 में से 1542, जिला नगर योजनाकार विभाग की 28 में से 22 और लेबर विभाग की 4173 में 4091 समस्याओं का मौके पर ही समाधान किया गया है।