कुवि ने गोद लिए गांव पबनावा के चार दिव्यांगों को दी व्हीलचेयर
उन्होंने कहा कि इस बार यह थोड़ा भिन्न कार्यक्रम है। इस सशक्तीकरण कार्यक्रम में इस बार व्यावहारिक पक्ष पर बल दिया गया ताकि विद्यार्थियों के व्यक्तित्व में वह गुण विकसित हो सकें जो समाज के एक सभ्य नागरिक के लिए जरूरी है।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के यूथ रेडक्रॉस की ओर से बुधवार को सीनेट हॉल में दिव्यांगजन सशक्तीकरण कार्यक्रम एवं इंडक्शन कार्यक्रम आयोजित किया गया। कुलपति डॉ. कैलाश चंद्र शर्मा ने मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की। इस दौरान गोद लिए गांव पबनावा के चार दिव्यांगजनों को कुलपति ने व्हील चेयर प्रदान की।
उन्होंने कहा कि इस बार यह थोड़ा भिन्न कार्यक्रम है। इस सशक्तीकरण कार्यक्रम में इस बार व्यावहारिक पक्ष पर बल दिया गया ताकि विद्यार्थियों के व्यक्तित्व में वह गुण विकसित हो सकें, जो समाज के एक सभ्य नागरिक के लिए जरूरी है। उन्होंने कहा कि व्यक्तित्व विकास के आयाम यह है कि समाज में पीड़ित, शोषित, परिष्कृत व्यक्ति के लिए खड़े होना। मनुष्य और पशु में अंतर ही मनुष्य को मनुष्य बनाता है। समूह में तो पशु भी रहते हैं। दूसरे के दुख की अनुभूति और खुद को उसके दुख से जोड़ देना ही मनुष्यता है। समाज की बेहतरी के लिए कैसे काम किया जा सकता है इसके दो जीवंत उदाहरण उन्होंने दिए। पहला तमिलनाडु के एक गांव की जहां नशामुक्ति की मुहिम चलाकर वहां की स्थानीय महिलाओं ने न केवल स्वयं का अपितु आसपास के गांव भी नशामुक्त बना दिए। दूसरा बैंगलुरु के डॉ.रम्मना का, वह सप्ताह के एक दिन ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर लोगों की स्वास्थ्य जांच करते हैं। वो भी बिना किसी सरकारी सहायता के लोगों की मदद करते हैं। कार्यक्रम के दूसरे सत्र में विधि संस्थान के शिक्षक डॉ. नीरज बातिश ने रेडक्रास में स्वयंसेवक की भूमिका के बारे में व्याख्यान दिया तथा जिला प्राथमिक उपचार प्रशिक्षक डॉ. राजेन्द्र सैनी ने भी अपने विचार सांझा किए।
इससे पूर्व छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. पवन कुमार शर्मा ने यूथ रेडक्रास एवं अन्य सकारात्मक गतिविधियों पर विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि आज का यह कार्यक्रम प्रगतिशील सोच का ही नतीजा है।