जाट धर्मशाला-प्रधानी विवाद में दोनों धड़ों के अल्टीमेटम से तनाव
जाट धर्मशाला-सभा प्रधानी विवाद में दोनों धड़ों के अपनी-अपनी मांग पर अड़ने और अल्टीमेटम दिए जाने से तनाव बढ़ता जा रहा है।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : जाट धर्मशाला-सभा प्रधानी विवाद में दोनों धड़ों के अपनी-अपनी मांग पर अड़ने और अल्टीमेटम दिए जाने से तनाव बढ़ता जा रहा है। एक धड़े के प्रधान अंग्रेज ¨सह ने मंगलवार को अनाज मंडी में बैठक बुलाकर दूसरे धड़े को बाहर करने के लिए 17 अगस्त तक का अल्टीमेटम दिया है। तय समय तक कार्रवाई न करने पर 17 की बैठक में कोई कड़ा फैसला लेने की बात कही है। दूसरी ओर नवगठित कार्यकारिणी के प्रधान कर्मबीर ¨सह ने कहा कि मांग पूरी न होने तक अब अनशनकारी तबीयत खराब होने पर भी अस्पताल में भर्ती नहीं होंगे। ऐसे अगर कोई अनहोनी होती है तो उसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
---
एक धड़े के प्रधान अंग्रेज ¨सह ने कहा कि कुछ लोग जबरदस्ती 20 जुलाई से धर्मशाला में डटे बैठे हैं। उन्होंने भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला पर दूसरे धड़े को सहयोग करने का आरोप लगाया है। इससे लोगों में बराला के खिलाफ रोष है। उन्होंने कहा कि धर्मशाला प्रबंधक और प्रधान के कमरे को ताले लगा रखे हैं और मनमर्जी चला रहे हैं। धर्मशाला में हर रोज कमरों के किरायों को कोई हिसाब-किताब नहीं है। यह सब प्रशासन की लापरवाही के चलते हो रहा है। रजिस्ट्रार जनरल के फैसले के बाद 29 जुलाई को उन्होंने एसडीएम एवं धर्मशाला प्रशासक अनिल यादव को चार्ज सौंप दिया है। अब इसके बाद की जिम्मेदारी प्रशासन की है और वह इस घालमेल का हिसाब भी प्रशासन से लेंगे। उन्होंने कहा कि 17 अगस्त को धर्मशाला में जाट बिरादरी की एक बैठक बुलाई गई है। इस बैठक से पहले अगर प्रशासन ने दूसरे धड़े को बाहर नहीं किया तो वह सड़कें जाम कर देंगे। इस बैठक के लिए 25 कमेटियां गांव-गांव जाकर लोगों को न्यौता दे रही हैं। इस मौके पर जसमेर ¨सह, कमल बारना, धर्म ¨सह सारसा, टेक चंद हथीरा, सुमेर ¨सह हथीरा, बलबीर बारना, दलबीर ¨सह ढांडा, खुशी राम बारना, जय ¨सह देशवाल, जोगेंद्र बारना उपस्थित रहे।
---
नवगठित कार्यकारिणी के प्रधान कर्मबीर ¨सह ने कहा कि प्रशासन उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दे रहा है। पिछले आठ दिनों से अनशन जारी होने पर भी उन्हें वोटर सूची मुहैया नहीं करवाई जा रही है। इससे अनशनकारियों में रोष है। इसी रोष स्वरूप अनशनकारी किताब ¨सह, चंदा राम और पूर्ण ¨सह ने मांग पूरी न होने तक तबीयत खराब होने पर भी अस्पताल में भर्ती होने से इंकार कर दिया है। ऐसे में किसी भी तरह अनहोनी पर उन्होंने प्रशासक, डीआर कुरुक्षेत्र, विधायक सुभाष सुधा और जिला उपायुक्त के जिम्मेदार होने की बात कही है। इसके बाद 19 अगस्त को बुलाई गई बैठक में संघर्ष को और कड़ा किया जाएगा। इस मौके पर राजेश बारना, राजेंद्र हथीरा, इंद्र मलिक, राजकुमार, सुभाष बैनिवाल उपस्थित रहे।