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जयराम विद्यापीठ में सभ्यता, संस्कार और संस्कृति की दी जाती शिक्षा : आचार्य राजेश

जयराम विद्यापीठ के संस्कृत महाविद्यालय में भारतीय सभ्यता संस्कारों व संस्कृति की शिक्षा दी जाती है। महाविद्यालय के आचार्य राजेश लेखवार शास्त्री ने बताया कि देश के विभिन्न राज्यों से शिक्षा ग्रहण करने आए सैकड़ों विद्यार्थियों को भारतीय संस्कृति तथा संस्कारों के अनुरूप ही संस्कृत का अध्ययन करवाया जाता है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 18 Jun 2019 09:55 AM (IST)Updated: Wed, 19 Jun 2019 06:41 AM (IST)
जयराम विद्यापीठ में सभ्यता, संस्कार और संस्कृति की दी जाती शिक्षा : आचार्य राजेश
जयराम विद्यापीठ में सभ्यता, संस्कार और संस्कृति की दी जाती शिक्षा : आचार्य राजेश

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : जयराम विद्यापीठ के संस्कृत महाविद्यालय में भारतीय सभ्यता, संस्कारों व संस्कृति की शिक्षा दी जाती है। महाविद्यालय के आचार्य राजेश लेखवार शास्त्री ने बताया कि देश के विभिन्न राज्यों से शिक्षा ग्रहण करने आए सैकड़ों विद्यार्थियों को भारतीय संस्कृति तथा संस्कारों के अनुरूप ही संस्कृत का अध्ययन करवाया जाता है। विद्यार्थियों को सुबह से देर शाम तक संस्कारों की नींव को मजबूत करने का काम किया जाता है। शास्त्री ने बताया कि ब्रह्मास्वरुप ब्रह्माचारी द्वारा गुरु परपंरा के अनुसार केवल कुरुक्षेत्र में ही नहीं, बल्कि हरिद्वार, ऋषिकेश, वृंदावन व बेरी इत्यादि स्थानों पर संस्कृत भाषा के महाविद्यालय एवं विद्यालय चलाए जा रहे हैं। आचार्य लेखवार ने बताया कि संस्कृत शिक्षक का उद्देश्य यही है कि घर-घर तक एक बार फिर से हमारी प्राचीन संस्कृत भाषा पहुंचे। इस मौके पर महाविद्यालय के प्राचार्य रणबीर भारद्वाज, प्राध्यापक रामपाल, प्रवीण शर्मा, रामजुआरी, पुरुषोत्तम, कमल शर्मा व विकास मौजूद थे।

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