गुणवत्तापूर्ण शिक्षा ही राष्ट्र निर्माण में सहायक : ¨सगला
प्रेरणा वृद्धाश्रम संस्था के संस्थापक जय भगवान ¨सगला ने कहा कि समय में शिक्षा की गुणवत्ता को अधिक महत्व दिया गया है। बच्चों को सांस्कृतिक वातावरण से पूर्व शिक्षा प्रदान की जाती है, क्योंकि इस प्रकार के वातावरण में ही छात्र उत्तम जीवन जीने का तरीका सीख सकता है जिससे समाज और राष्ट्र का निर्माण करता है।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : प्रेरणा वृद्धाश्रम संस्था के संस्थापक जय भगवान ¨सगला ने कहा कि समय में शिक्षा की गुणवत्ता को अधिक महत्व दिया गया है। बच्चों को सांस्कृतिक वातावरण से पूर्व शिक्षा प्रदान की जाती है, क्योंकि इस प्रकार के वातावरण में ही छात्र उत्तम जीवन जीने का तरीका सीख सकता है जिससे समाज और राष्ट्र का निर्माण करता है। ¨सगला मेजर नितिन बाली गीता निकेतन विद्या मंदिर में आयोजित वार्षिकोत्सव में बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डीआरडीओ में वैज्ञानिक सचिन धीमान ने कहा कि बच्चों को ऐसी शिक्षा दें जिसमें वे शिक्षित होकर राष्ट्र निर्माण में बड़ी भूमिका निभा सकें। उन्होंने ओजस्वी शब्दों में कहा कि आज समय आ गया है कि हम सभी मिलकर स्वच्छ, स्वस्थ और भ्रष्टाचारमुक्त भारत का निर्माण करें।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता सेवानिवृत्त खंड शिक्षा अधिकारी राम कुमार लोहान ने कहा है कि विद्या भारती का लक्ष्य राष्ट्रीय शिक्षा प्रणाली का विकास करना है जिसके द्वारा ऐसी युवा पीढ़ी का निर्माण हो सके जो ¨हदुत्व निष्ठ एवं राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत हो। शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक एवं आध्यात्मिक दृष्टि से पूर्ण विकसित हो। वार्षिक उत्सव के सांस्कृतिक कार्यक्रम में छोटे छोटे बच्चों ने इक ¨जदड़ी मेरी सौ ख्वाहिश, एक बटा दो, दो बटा चार छोटी छोटी बातों में बंट गया प्यार, डांस पर सब का मन मोह लिया। विद्यालय प्रबंध समिति के प्रबंधक ते¨जद्र शर्मा ने अतिथियों का स्वागत। इस अवसर पर विद्यालय प्रबंध समिति के संरक्षक लखी राम गुप्ता, अध्यक्ष रणधीर वालिया, खजांची नरेश गुप्ता, देवेन भाटिया, रमेश गुप्ता, अर्चना शर्मा, नरेंद्र धमीजा, रतन चंद सरदाना, राम कुमार, यशपाल वधवा, सुखबीर ¨सह, राज विज, डॉ.हिम्मत ¨सह सिन्हा उपस्थित रहे।