शोधकार्य को आम जनमानस के प्रयोग लायक बनाना जरूरी : डॉ. सतीश कुमार
जागरण संवाददाता कुरुक्षेत्र राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान के निदेशक पद्मश्री डॉ. सतीश कुमार कहा कि समाज हित के लिए अपने शोध को उत्पाद में बदलना जरूरी है।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान के निदेशक पद्मश्री डॉ. सतीश कुमार कहा कि समाज हित के लिए अपने शोध को उत्पाद में बदलना जरूरी है। जब शोध कार्य आम लोगों के प्रयोग के काबिल नहीं होता, तब तक उसका फायदा नहीं मिल सकता। इसके लिए विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों और वैज्ञानिक प्रयोगशालाओं के साथ सहयोग के अवसरों की तलाश करना जरूरी है। वे संस्थान के भौतिकी विज्ञान विभाग द्वारा आयोजित दो दिवसीय संगोष्ठी के शुभारंभ अवसर पर रहे थे।
पद्मश्री डॉ. सतीश कुमार ने हॉल ही के वैज्ञानिक विकास और विस्तृत बैंड गैप सेमीकंडक्टर्स के क्षेत्र में होने वाली उन्नति के बारे में विस्तार से बताया और समाज के हित के लिए अपने शोध को उत्पाद में बदलने के लिए विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों और वैज्ञानिक प्रयोगशालाओं के साथ सहयोग के अवसर का पता लगाने पर जोर दिया। आइआइटी दिल्ली के भौतिकी विभाग के प्रोफेसर डॉ. राजेंद्र सिंह ने इस संगोष्ठी के उद्देश्यों को विस्तार से बताया और भारत में विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों और वैज्ञानिक प्रयोगशाला में उपलब्ध विभिन्न अनुसंधान सुविधाओं के बारे में जानकारी दी। डीआरडीओ नई दिल्ली के पूर्व निदेशक डॉ. आरके शर्मा ने अर्धचालक प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में प्रगति को विस्तार से बताया और देश के आर्थिक विकास के संदर्भ में इसके महत्व को चित्रित किया। इस संगोष्ठी में विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों और वैज्ञानिक प्रयोगशालाओं के प्रसिद्ध वक्ताओं द्वारा 11 आमंत्रित शोध पत्र प्रस्तुत किए गए।