लगातार बढ़ रहे हृदय रोगियों का इलाज करना चाहती है ईशा
अपने पिता के पदचिन्हों पर चलते हुए और उनके मार्गदर्शन के बाद कुरुक्षेत्र की ईशा वर्मा ने बुधवार को घोषित नीट रिजल्ट में अखिल भारतीय स्तर पर 5800वां रैंक हासिल किया है। ईशा वर्मा कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के हेल्थ सेंटर में फार्मासिस्ट अशोक वर्मा की बेटी है। अशोक वर्मा भी एमबीबीएस करना चाहते थे लेकिन उनकी बेटी ने उनका सपना पूरा कर दिखाया।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : अपने पिता के पदचिन्हों पर चलते हुए और उनके मार्गदर्शन के बाद कुरुक्षेत्र की ईशा वर्मा ने बुधवार को घोषित नीट रिजल्ट में अखिल भारतीय स्तर पर 5800वां रैंक हासिल किया है। ईशा वर्मा कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के हेल्थ सेंटर में फार्मासिस्ट अशोक वर्मा की बेटी है। अशोक वर्मा भी एमबीबीएस करना चाहते थे, लेकिन उनकी बेटी ने उनका सपना पूरा कर दिखाया। ईशा वर्मा ने एमबीबीएस में दाखिला लेने के लिए पिछले वर्ष भी ईशा ने नीट की परीक्षा में भाग लिया था, लेकिन कामयाबी हासिल नहीं हुई। इसके लिए उसने एक वर्ष ड्रॉप भी करना पड़ा, लेकिन कड़ी मेहनत के दम पर ईशा ने कामयाबी हासिल कर ली। ईशा वर्मा एमबीबीएस के बाद कोर्डियोलाजिस्ट बनना चाहती है।
ईशा वर्मा ने बताया कि उसके परिवार में उसके नाना जी रमेश सिंह और उसके पापा अशोक वर्मा दोनों फार्मासिस्ट हैं। दोनों की डॉक्टर के पेशे से जुड़े हुए हैं तो उनका सपना था कि घर में एक डॉक्टर जरूर होना चाहिए। ईशा ने बताया कि उसने दसवीं में ही यह डिसाइड कर लिया था कि उसे अपने नाना और पिता का सपना पूरा करना है। जिसके लिए 11वीं से मेडिकल की तैयारी शुरू कर दी थी। हालांकि उसका गणित काफी अच्छा था, उसके बाद बावजूद भी उसने मेडिकल में ही जाना उचित समझा। ईशा वर्मा की माता डॉ. रंजीता वर्मा कॉलेज में प्राचार्या हैं। बॉक्स
2018 में स्कूल में किया था टॉप
ईशा वर्मा ने बताया कि उसके 12वीं में 94.2 प्रतिशत अंक आए थे। उस समय उसने गीता निकेतन आवासीय विद्यालय कुरुक्षेत्र में टॉप किया था। ईशा वर्मा की कामयाबी पर स्कूल के प्राचार्य नारायण सिंह ने भी खुशी व्यक्त की है। ईशा वर्मा ने बताया वह 11वीं से ही तैयारी कर रही है। जिसके लिए वह दिन में 12 से 13 घंटे ट्यूशन के अलावा पढ़ रही थी।
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