सरस्वती महोत्सव को सांझे प्रयासों से बनाया जाएगा यादगार
अंतरराष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव-2020 का आयोजन ऐतिहासिक और यादगार बनाया जाएगा। 27 से 29 जनवरी को पिहोवा सरस्वती तीर्थ पर होने वाला कार्यक्रम साझा होगा। पताजंलि संस्था का भी सहयोग लिया जाएगा। इसके कार्यक्रम आदिबद्री यमुनानगर व पिहोवा में होंगे। सरस्वती हैरिटेज बोर्ड ने इसका शेडयूल जारी कर दिया है।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : अंतरराष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव-2020 का आयोजन ऐतिहासिक और यादगार बनाया जाएगा। 27 से 29 जनवरी को पिहोवा सरस्वती तीर्थ पर होने वाला कार्यक्रम साझा होगा। पताजंलि संस्था का भी सहयोग लिया जाएगा। इसके कार्यक्रम आदिबद्री यमुनानगर व पिहोवा में होंगे। सरस्वती हैरिटेज बोर्ड ने इसका शेडयूल जारी कर दिया है।
डीसी धीरेंद्र खड़गटा ने सोमवार को लघु सचिवालय के सभागार में महोत्सव की तैयारियों को लेकर अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने कहा कि 27 जनवरी को आदिबद्री में सुबह 11 बजे मंत्रोच्चारण व श्लोकोच्चारण के साथ-साथ हवन यज्ञ का आयोजन किया जाएगा और 11 बजे उद्घाटन सत्र में सांस्कृतिक कार्यक्रम और लोक संस्कृति पर आधारित अन्य कार्यक्रमों की प्रस्तुति की जाएगी। दोपहर 1 बजे सरस्वती परिक्रमा की जाएगी। सुबह और शाम को कार्यक्रम स्थल पर बेहतरीन सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। संध्याकालीन कार्यक्रमों में प्रसिद्ध गायक अनूप जलोटा भी कार्यक्रम की प्रस्तुति देंगे। 29 जनवरी को पिहोवा सरस्वती तीर्थ पर सुबह 10 बजे सरस्वती आरती के साथ-साथ हवन यज्ञ और श्लोक का उच्चारण स्कूली विद्यार्थी करेंगे। सायं तीन बजे अंतरराष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव का समापन होगा।
टीमें गठित की
अधिकारियों के नेतृत्व में टीमों का गठन कर दिया गया है। ये अपनी कमेटियां बनाकर व्यवस्था बनाएंगे। नगर पालिका के अधिकारी समय रहते सफाई व्यवस्था करवाएंगे, सिचाई विभाग के अधिकारी सरस्वती नदी की सफाई व्यवस्था को नगर पालिका के माध्यम से करवाकर समय पर स्वच्छ जल भरना सुनिश्चित करेंगे। एसपी आस्था मोदी को सरस्वती महोत्सव के लिए सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम करने, मचान लगाने और सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था करने के आदेश दिए।