होम आइसोलेट मरीज की देखभाल करने वाले सतर्कता बरतें : डीसी
होम आइसोलेट कोरोना पाजिटिव मरीजों की देखभाल कर रहे लोगों को भी प्रशासन ने कोविड-19 नियमों की पालना करने की हिदायत दी है। ऐसे लोगों को ट्रिपल लेयर मास्क पहनना जरूरी है। साथ ही मास्क गीला या गंदा होने पर बदलने के लिए कहा गया है।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : होम आइसोलेट कोरोना पाजिटिव मरीजों की देखभाल कर रहे लोगों को भी प्रशासन ने कोविड-19 नियमों की पालना करने की हिदायत दी है। ऐसे लोगों को ट्रिपल लेयर मास्क पहनना जरूरी है। साथ ही मास्क गीला या गंदा होने पर बदलने के लिए कहा गया है।
उपायुक्त मुकुल कुमार ने कहा कि कोरोना को फैलने से रोकने के लिए सभी को सतर्कता बरतनी होगी। कोविड-19 के मद्देनजर स्वच्छता व सतर्कता को बनाए ढाल, घर में रखे अपनों का ख्याल। इस महामारी के समय हमें स्वच्छता का भी ध्यान रखना है। शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में संबंधित अधिकारियों को सैनिटाइजेशन के लिए पहले से ही निर्देश जारी किए गए हैं। गांवों में बनाए जाने वाले आइसोलेशन सेंटरों में भी सफाई का विशेष ध्यान रखा जाना लाजमी है। होम आइसोलेशन मरीजों को चिकित्सा की दृष्टि से हर संभव सहायता प्रशासन द्वारा मुहैया करवाई जा रही है। होम आइसोलेट मरीजों को किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत का सामना नहीं करने दिया जाएगा।
डिस्पोजेबल दस्तानों का प्रयोग करें
होम क्वारंटाइन मरीजों का उनके घर पर जो ध्यान रख रहे हैं, उन्हें भी सावधानी रखनी बेहद आवश्यक है। सावधानी के क्रम में मरीज के संपर्क में आने पर हाथों को अच्छी तरह साबुन से धोएं, खाना खाने से पहले और बाद में हाथों को अच्छे से धोएं, मरीज की देखभाल करते समय डिस्पोजेबल दस्तानों का प्रयोग करें, दस्ताने पहनने से पहले और उतारने के बाद हाथों को अच्छी तरह से साफ करें। मरीज द्वारा इस्तेमाल किए गए खाने के बर्तन, खाद्य पदार्थ, पेय पदार्थ, तौलिये एवं बेड की चादर को सांझा न करें। 196 स्थानों में कंटेनमेंट जोन बनाने के आदेश
उपायुक्त मुकुल कुमार ने कहा कि जिले में 196 स्थानों पर कोरोना पाजिटिव केस मिलने के बाद कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। इन क्षेत्रों पर कंटेनमेंट और बफर जोन बनाकर नोडल अधिकारी नियुक्त कर हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं। वहीं जिले में 142 स्थानों पर बनाए गए कंटेनमेंट जोन क्षेत्रों को डी-नोटिफाई किया गया।