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पीसीवी-तीन से होगा प्रदेश के शिशुओं का टीकाकरण

प्रदेश भर में अपने शिशुओं को पीसीवी-तीन टीका लगाने के लिए पिछले दो माह से भटक रहे 80 हजार अभिभावकों के लिए अच्छी खबर है। सोमवार से यह टीका प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध होगा। प्रदेश के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने भारत सरकार के स्टॉक से तीन माह का स्टॉक उधार मांगा है जिससे प्रदेश के बच्चों का टीकाकरण होगा।

By JagranEdited By: Published: Wed, 08 Jan 2020 09:34 AM (IST)Updated: Wed, 08 Jan 2020 09:34 AM (IST)
पीसीवी-तीन से होगा प्रदेश के शिशुओं का टीकाकरण
पीसीवी-तीन से होगा प्रदेश के शिशुओं का टीकाकरण

विनीश गौड़, कुरुक्षेत्र

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प्रदेश भर में अपने शिशुओं को पीसीवी-तीन टीका लगाने के लिए पिछले दो माह से भटक रहे 80 हजार अभिभावकों के लिए अच्छी खबर है। सोमवार से यह टीका प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध होगा। प्रदेश के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने भारत सरकार के स्टॉक से तीन माह का स्टॉक उधार मांगा है, जिससे प्रदेश के बच्चों का टीकाकरण होगा। हर माह 40 हजार बच्चों को इसकी डोज लगाई जाती है, जिसके लिए 1 लाख 20 बच्चों के लिए टीके की डोज मिल गई है। एक नवंबर से यह टीका प्रदेश भर में खत्म था।

पिता ने सीएम को किया था ट्वीट, दैनिक जागरण ने भी उठाया था मुद्दा

कुरुक्षेत्र में पीसीवी-तीन टीका खत्म होने का मामला दैनिक जागरण ने 24 दिसंबर को उठाया था। इसके साथ ही तीन दिन पहले तीन जनवरी को कुरुक्षेत्र के एक पिता जतिन ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल, गृह मंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को ट्वीट किया था और लिखा था कि पीसीवी-तीन वैक्सीन जो 9 से 12 माह के बच्चों को लगती है, वह कुरुक्षेत्र के सेक्टर-4 की पीएचसी में नहीं है। यह बच्चों के लिए बहुत जरूरी है। मेरा बच्चा अभी भी इस डोज का इंतजार कर रहा है। मुझे तुरंत मदद करें। वहीं दैनिक जागरण ने भी 24 दिसंबर को शीर्षक, नवजातों पर मंडरा रहा निमोनिया का खतरा, दवा की कमी। मामला उठाया था।

सोमवार से लगवा सकते हैं अपने जिले में टीका : डॉ. विक्रम सिंह

हरियाणा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के एसईपीआइओ डॉ. विक्रम सिंह अलाहवत ने बताया कि हरियाणा हाई रिस्क स्टेट नहीं है, इसलिए भारत सरकार यह टीका हरियाणा स्टेट को उपलब्ध नहीं कराता। हरियाणा ने अपने स्तर पर पहल करते हुए स्टेट में इस टीके को सरकारी अस्पतालों में लगाने की शुरुआत की थी। यह टीका आयात किया जाता है, जिसकी एनएचएम ने डिमांड कर दी है। भारत सरकार से तीन माह का स्टॉक ले लिया गया है। प्रदेश में इसका स्टॉक आते ही भारत सरकार को लौटा दिया जाएगा। इसके साथ ही आगे से इसे नियमित रूप से मंगवाया जाएगा, ताकि आगे इसकी कमी न पड़े। सोमवार से यह टीका प्रदेश के अस्पतालों में उपलब्ध हो जाएगा। जो बच्चे इस टीके की डोज से वंचित रह गए हैं वे भी सरकारी अस्पतालों में जाकर इसे लगवा सकते हैं।

निमोनिया रोकथाम के लिए जरूरी है पीसीवी-तीन

इस मौसम में सबसे ज्यादा ठंड होती है। बच्चे की रोग प्रतिरोधक क्षमता बहुत कम होती है और सर्दियों के मौसम में बच्चों को सबसे ज्यादा निमोनिया की चपेट में आने का खतरा रहता है। ऐसे में बच्चे को निमोनिया रोकथाम के लिए यह टीका लगाया जाता है, ताकि उसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता इस बीमारी से बचाव के लिए बनी रहे।


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