सैनिक की पत्नी की मौत के मामले में महिला चिकित्सक पर केस दर्ज
सैनिक की पत्नी की मौत के मामले में थाना शहर पुलिस ने एक महिला चिकित्सक के खिलाफ केस दर्ज किया है। पुलिस ने मामले में तथ्यों से छेड़छाड़ व लापरवाही के कारण किसी की मौत हो जाने की धारा के तहत चिकित्सक पर केस दर्ज किया है।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : सैनिक की पत्नी की मौत के मामले में थाना शहर पुलिस ने एक महिला चिकित्सक के खिलाफ केस दर्ज किया है। पुलिस ने मामले में तथ्यों से छेड़छाड़ व लापरवाही के कारण किसी की मौत हो जाने की धारा के तहत चिकित्सक पर केस दर्ज किया है। इस मामले में सैनिक ने जिला कष्ट निवारण समिति व सीएम विडो पर भी शिकायत दी थी। सीएम विडो पर भेजी गई शिकायत पर सैनिक को जल्द रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए थे। करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज ने चिकित्सकों ने मामले की जांच कर रिपोर्ट दी। यह रिपोर्ट उपायुक्त को सौंपी गई थी। एक जुलाई को होने वाली कष्ट निवारण समिति की बैठक में इस रिपोर्ट को समिति के समक्ष पेश किया जाएगा। वहीं प्रशासन ने पुलिस को मामला दर्ज करने के निर्देश दिए।
खेड़ी मारकंडा की सरस्वती कॉलोनी निवासी सतबीर सिंह ने पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि उसकी पत्नी करिश्मा सैनी की डिलीवरी में लापरवाही बरती गई। 29 सितंबर 2018 को सुबह आठ बजे करिश्मा को डिलीवरी के लिए आपरेशन करने से पहले चिकित्सक व अस्पताल स्टाफ ने कोई जांच नहीं की। जल्दबाजी में डिलीवरी के लिए आपरेशन कर दिया गया। आपरेशन करने के तुरंत बाद बिना प्रतीक्षा किए चिकित्सक दिल्ली अपने किसी काम से चली गई। उसकी पत्नी के आंतरिक रिसाव हो गया, जिससे उसकी हालत बिगड़ती चली गई। दो अक्टूबर 2018 को वे उसे मोहाली स्थित एक अस्पताल में ले गए। चिकित्सीय जांच में उन्हें पता चला कि करिश्मा की किडनी और लीवर फेल हो गया है। उसके हृदय को भी नुकसान पहुंचा है। उसकी हालत में सुधार होना अब संभव नहीं लग रहा है। 14 अक्टूबर की सुबह करिश्मा को पीजीआइ रेफर कराया, जहां सायं उसने दम तोड़ दिया। कष्ट निवारण समिति की तीन बैठकों में उठा मामला
सैनिक सतबीर सिंह ने कष्ट निवारण समिति की तीन बैठकों में मामला उठाया था। इसके साथ ही सीएम विडो पर भेजी गई थी, जिसके बाद जांच आरंभ हुई। राज्यमंत्री कर्ण देव कांबोज के निर्देश पर कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज करनाल के चिकित्सकों की जांच टीम बनाई थी। पीड़ति सतबीर सिंह का कहना है कि 20 मई को महानिदेशक स्वास्थ्य की ओर से कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे।
पुलिस करेगी चिकित्सक के बयान दर्ज
थाना शहर प्रभारी सुभाष चंद ने बताया कि पुलिस चिकित्सक के बयान दर्ज करने के साथ दस्तावेज हासिल करेगी। जांच के बाद चिकित्सक की गिरफ्तारी होगी।
मरीज को पहले बताया था कि 29 को जाना है कांफ्रेस में
डॉ. रूचि जैन का कहना है कि करिश्मा का उपचार उसने पास चल रहा था। उन्होंने मरीज को पहले बताया था कि 29 सितंबर को उसे कांफ्रेस में दिल्ली जाना है। करिश्मा का आपरेशन सात अक्टूबर को होना था, मगर दिक्कत आने के कारण उसका आपरेशन पहले करना पड़ा। आपरेशन के बाद वे कांफ्रेस में चली गई थी। जब उन्हें मरीज की हालत के बारे में पता चला तो वे सायं कांफ्रेस को छोड़ कर वापस आ गई थी और दोबारा आपरेशन में शामिल हुई थी। उन्होंने करिश्मा के पति को भी बताया था कि उसकी हालत खराब है उसे पीजीआइ ले जाने की सलाह दी थी, मगर उन्होंने लिखित में दिया था कि वे करिश्मा को यहीं रखना चाहते हैं। उनकी 11 साल की प्रैक्टिस है। उन्होंने इलाज में कभी लापरवाही नहीं की। उन पर गलत आरोप लगाए गए हैं। बॉक्स
आइएमए कानून के साथ : डॉ. गुप्ता
आइएमए के प्रधान डॉ. ललित गुप्ता ने कहा कि आइएमए कानून के साथ है। अगर कोई लापरवाही पाई जाती है तो जो भी न्यायालय के आदेश होंगे आइएमए उसके साथ जाएगा। आइएमए लापरवाही के मामले में किसी चिकित्सक के साथ नहीं खड़ा रह सकता है। आइएमए का यही कहना है कि कानूनी रूप से लड़ाई लड़ी जाए किसी चिकित्सक के ऊपर बिना किसी जांच रिपोर्ट के मारपीट या तोड़फोड़ नहीं की जाए।