धर्मनगरी में बवाल करा रही अवैध शराब
आबकारी विभाग के ढीले रवैए और प्रशासन की नाकामी से अवैध शराब धर्मनगरी में बवाल का सबब गई है। डेढ़ साल में तीन हत्याओं के अलावा रोजमर्रा की छिटपुट वारदातें इसका पुख्ता प्रमाण है।
जगमहेंद्र सरोहा, कुरुक्षेत्र :
आबकारी विभाग के ढीले रवैए और प्रशासन की नाकामी से अवैध शराब धर्मनगरी में बवाल का सबब गई है। डेढ़ साल में तीन हत्याओं के अलावा रोजमर्रा की छिटपुट वारदातें इसका पुख्ता प्रमाण है। यही नहीं, थानेसर और पिहोवा जैसे तीर्थ पूर्ण रूप से ड्राई जोन घोषित होने के बाद भी यहां खुले आम अवैध शराब का धंधा जोरों पर हैं। एक ठेकेदार का दावा तो यहां तक है कि इस धंधे को बे-रोकटोक चलाने के लिए अफसरों को लाखों रुपये का चढ़ावा चढ़ता है। इसके खिलाफ जब भी आवाजें उठीं तो जिम्मेदार अफसरों ने खानापूर्ति के लिए अभियान चला कर दायित्व की इतिश्री कर ली। दो दिन पूर्व गांधीनगर में राजकुमार की हत्या के बाद दैनिक जागरण ने धंधे की जड़ें तलाशी तो कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए।
ये तस्वीरें अधिकारियों को दिखा रही आईना
सरेआम शराब की पार्टी ---फोटो-4
शहर में सार्वजनिक स्थल पर भले ही शराब पर प्रतिबंध हो, मगर पुराना बस अड्डे के सामने शाम होते ही शराब के प्याले छलकना आम है। मंगलवार को भी एक व्यक्ति चार-पांच साथियों के साथ इसी शगल में नजर आया। वहीं, सेक्टर-17 मार्केट भी शराबियों का अड्डा बन गया है।
जो आया शटर खोलकर दी शराब ---फोटो-5
गांधीनगर में रविवार को राजकुमार की हत्या शराब के खुर्दों के चलते हुई थी। स्वजनों ने सोमवार को पुराना बस अड्डे पर जाम लगा दिया था। उन्होंने खुर्दों पर शराब बिक्री के आरोप लगाए थे। मंगलवार को खुर्दों के शटर तो बंद रखे, मगर जो भी लेने गया वह खाली हाथ नहीं लौटा। डीइटीसी यहां सुबह ही एक इंस्पेक्टर की ड्यूटी लगाने का दावा कर रहे हैं।
ये दो बड़ी घटनाएं खोल रही पोल
वारदात नंबर-एक
शहर में डेढ़ साल में अवैध शराब के मामलों में तीन हत्या हो चुकी हैं। पहले अशोक उर्फ शौकी की हत्या की गई। इसके बाद धर्मबीर की नशेड़ियों ने हत्या की। रविवार को गांधीनगर में राजकुमार की हत्या हुई।
वारदात नंबर-दो
अनाज मंडी के नजदीक एक जनवरी को शराब की अवैध बिक्री के मामले में राजेश बंसल पर हमला हुआ था। वैश्य समाज राजेश बंसल के समर्थन में उतर चुका है। सोमवार को एसपी से भी मिले थे। इस मामले में अब तक कोई कार्रवाई नहीं की जा सकी है।
एक कॉल पर मिलती है शराब
एक ठेकेदार ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि शहर के कई बड़े होटलों और गेस्ट हाउस में शराब परोसी जा रही है। शराब की होम डिलीवरी की जा रही है। बच्चों से लेकर युवा और बुजुर्ग तक इसमें लगे हैं। एक चक्कर के 20 से 50 रुपये लेते हैं।
यहां-यहां बिक रही शराब
गांधीनगर, कीर्तिनगर, मॉडल टाउन, रेलवे रोड, झांसा रोड, सलारपुर रोड, सिरसमा रोड, उम्री रोड, पिपली, पिहोवा, रतगल सेक्टर-7, देवीपुरा, कलाल माजरा, इंद्रा कॉलोनी, पुरानी व नई अनाज मंडी व सब्जी मंडी।
ठेकेदार तैयार, अधिकारी काम करें
एक ठेकेदार ने अवैध शराब बिक्री का ठिकरा आबकारी विभाग व पुलिस पर सीधे तौर पर फोड़ा है। ठेकेदार ने बताया कि होटलों और गेस्ट हाउस में सस्ती शराब लाकर महंगे में बेची जा रही है। संबंधित विभाग के अफसरों को हर माह लाखों रुपये पहुंचते हैं। अधिकारी आगे आएं तो ठेकेदार उनके साथ खड़े मिलेंगे।
ये हैं जिम्मेदार अधिकारी..जवाब सुनिये इनका..
सीधी बात : राजकुमार डीइटीसी, एक्साइज।
सवाल : शहर में ड्राई एरिया होने के बाद भी अवैध रूप से शराब बिक रही है। ऐसा क्यों?
जवाब : मेरी जानकारी में अवैध रूप से शराब बिकने के कोई मामला सामने नहीं आया है।
सवाल : शहर में हर चौक पर शराब मिल रही हैं। कुछ लोगों ने तो इसे धंधा बना लिया है।
जवाब : ऐसा तो नहीं है। शिकायत या सूचनाओं पर कार्रवाई की जाती है।
सवाल : गांधी नगर में राजकुमार की हत्या के बाद स्वजन चिल्ला-चिल्ला शराब बिकने की बात कह रहे थे। आपके अधिकारियों व कर्मचारियों की मिलीभगत का भी आरोप है।
जवाब : मोहननगर में इंस्पेक्टर की ड्यूटी लगाई है। अवैध रूप से खुर्दों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। सीधी बात : आस्था मोदी, एसपी-फोटो-
सवाल : शहर में अवैध रूप से शराब बिक रही है। पुलिस क्या कर रही है?
जवाब : ऐसा नहीं है। पुलिस छोटी सी सूचना पर तुरंत कार्रवाई करती है।
सवाल : गांधीनगर में शराब की अवैध रूप से बिक्री की संबंधित थाना पुलिस को पूरी जानकारी है। राजकुमार की हत्या बहुत कुछ कह रही है।
जवाब : इस मामले में एएएसआई व एक ईएचसी के खिलाफ विभागीय जांच खोली गई है। आरोपितों की गिरफ्तारी के भी प्रयास किए जा रहे हैं।
सवाल : खुर्दों पर कार्रवाई न होना बड़ा सवाल है। अंगुली हर बार पुलिस की तरफ उठती हैं।
जवाब : पुलिस सूचना पर तुरंत कार्रवाई करती है। थाना व चौकी के अलावा अपराध शाखा भी कार्रवाई कर रही है।