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मिठाइयों का अवैध धंधा फेस्टिवल को बना रहा कड़वा

मिठाइयां का अवैध धंधा त्योहारी सीजन की मिठास में कड़वाहट घोल रहा है। खाद्य सुरक्षा विभाग पिछले दिनों में तीन फैक्ट्रियों को पकड़ भी चुका है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 27 Oct 2020 08:32 AM (IST)Updated: Tue, 27 Oct 2020 08:32 AM (IST)
मिठाइयों का अवैध धंधा फेस्टिवल को बना रहा कड़वा
मिठाइयों का अवैध धंधा फेस्टिवल को बना रहा कड़वा

जगमहेंद्र सरोहा, कुरुक्षेत्र : मिठाइयां का अवैध धंधा त्योहारी सीजन की मिठास में कड़वाहट घोल रहा है। खाद्य सुरक्षा विभाग पिछले दिनों में तीन फैक्ट्रियों को पकड़ भी चुका है। बावजूद इसके शहर सहित जिले में करीब डेढ़ दर्जन फैक्ट्री चल रही हैं। ये लोग सस्ते रेट में रसगुल्ले, गुलाब जामुन और दूसरी मिठाइयां बाजार में सप्लाई कर अपनी जेब भर रहे हैं। हलवाई एसोसिएशन ने लॉकडाउन के बाद आई मंदी में इस तरह के धंधे को बाजार में मिठाइयों का विश्वास खोने वाला बताया है।

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नवरात्र के साथ त्योहार शुरू हो जाते हैं और ये दिवाली और भैया दूज तक लंबे चलते हैं। हर कोई अपनी रिश्तेदारी और दोस्तों के पास मिठाई लेकर जाने की सोचता है। कुछ लोग तो इस समय अपने ऑर्डर दे देते हैं। लॉकडाउन के बाद अब बाजार उठने लगा तो नकली मिठाइयों ने बाजार को घेर लिया है। शहर के साथ जिले में एक साथ रसगुल्ले और गुलाब जामुन सहित दूसरी मिठाई बनाने वालों की बाढ़ सी आ गई है। खाद्य सुरक्षा विभाग तीन से ले सका सैंपल

खाद्य सुरक्षा विभाग ने इस बार मिठाइयों के लिए नए ना‌र्म्स तय किए हैं। इसमें सबसे बड़ा ताजी मिठाइयों का है। यानी दुकानदार को मिठाइयों पर बनाने और एक्पायर होने की तारीख भी लिखनी है। कुछ दुकानदार इसको अपना चुके हैं।इन सबके बीच कुछ लोग मिठाइयों को अवैध रूप से बनाने में लगे हुए हैं। खाद्य सुरक्षा विभाग ने पिछले दिनों बीड़ पिपली में एक रसगुल्ला फैक्ट्री पकड़ी थी। वे सब मध्य प्रदेश से आए थे और उनके पास रसगुल्ला बनाने की कोई परमिशन नहीं थी। इसके बाद बाबैन और लाडवा में फैक्ट्री पकड़ी थी। तीनों स्थानों से सैंपल भरकर निदेशालय भेजे गए थे। मध्य प्रदेश से आकर बना रहे मिठाइयां

खाद्य सुरक्षा विभाग के तीन जगह छापामारी की है। ये सब लोग मध्यप्रदेश से आए हैं। इन्होंने यहां आकर काम शुरू किया है। इन्होंने यहां मकान व बाड़े किराये पर ले रखे हैं। कई लोग तो अपने परिवार सहित इस काम में लगे हुए हैं। वे दुकानों पर सस्ते रेट में मिठाइयों को सप्लाई करते हैं। एक जानकार ने बताया कि कई बड़ी दुकान तक इनकी सप्लाई जाती है। कई परमिशन लेकर चल रहे हैं, जबकि कई के बार परमिशन ही नहीं है। परमिशन लेने वालों में भी कई नियमानुसार मिठाइयों को नहीं बना रहे। मिष्ठान भंडार संचालक खुद परेशान कुरुक्षेत्र हलवाई एसोसिएशन के प्रधान प्रेम कुमार सैनी ने बताया कि लॉकडाउन में लंबे समय तक काम बंद रहा। अब अनलॉक में भी व्यापार अपेक्षाकृत नहीं चल पाया है। दशहरा पर बहुत कम ग्राहक आया है। अब दिवाली को लेकर चिता बनी हुई है। फैक्ट्री लगाकर रसगुल्ले और गुलाब जामुन बनाने वाले लोग भी बाजार में लोगों का विश्वास खो रहे हैं। ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। जिले में तीन जगहों पर कार्रवाई की। यहां से भारी मात्रा में तैयार मिठाइयां पकड़ी हैं। रसगुल्ले और गुलाब जामुन के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं। रिपोर्ट आने के बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी।इस तरह के लोगों पर पक्की सूचना के बाद छापेमारी की जा रही है।

संदीप कादियान, इंस्पेक्टर, खाद्य सुरक्षा विभाग।


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