देश के स्वतंत्रता संग्राम की पहचान है खादी : अभय ¨सह
देश की आजादी के लिए कुर्बान होने वाले शहीद भगत ¨सह के भतीजे अभय ¨सह संधू का धर्मनगरी में पहुंचने पर स्वागत किया गया। शहीद भगत ¨सह के भतीजे ने अपनी धर्मपत्नी के साथ खादी ग्रामोद्योग संघ नरड़ मिर्जापुर पहुंचे थे, जहां उनका खादी ग्रामोद्योग के मुख्य व्यवस्थापक एवं सचिव सतपाल सैनी तथा अन्य पदाधिकारियों ने गर्मजोशी के साथ स्वागत किया।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : देश की आजादी के लिए कुर्बान होने वाले शहीद भगत ¨सह के भतीजे अभय ¨सह संधू का धर्मनगरी में पहुंचने पर स्वागत किया गया। शहीद भगत ¨सह के भतीजे ने अपनी धर्मपत्नी के साथ खादी ग्रामोद्योग संघ नरड़ मिर्जापुर पहुंचे थे, जहां उनका खादी ग्रामोद्योग के मुख्य व्यवस्थापक एवं सचिव सतपाल सैनी तथा अन्य पदाधिकारियों ने गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। अभय ¨सह संधू ने प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि उन्हें खुशी है कि अंतरराष्ट्रीय पटल पर भारत की मजबूत छवि विकसित हो रही है। उन्होंने विशेषकर खादी के विकास पर अपनी प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि आज वास्तव में देश की आजादी के लिए कुर्बानी देने वाले शहीदों के खादी को लेकर सपने साकार हो रहे हैं। शहीदे आजम भगत ¨सह के सपनों के भारत का निर्माण असल में अब होता दिख रहा है, यह उनके लिए ही नहीं बल्कि पूरे देशवासियों के लिए खुशी की बात है। उन्होंने कहा कि भगत ¨सह न केवल अंग्रेजों को भारत से भगाना चाहते ही थे, बल्कि वे भारतीयों के हाथों से एक समर्थ भारत का निर्माण भी चाहते थे। भारत के प्रति शहीदे आजम भगत ¨सह का वह सपना अब पूरा होता दिख रहा है। देश के स्वतंत्रता संग्राम के समय आजादी के शूर-वीरों के लिए खादी भी एक हथियार था। उन्होंने मिर्जापुर में खादी ग्रामोद्योग संघ नरड़ केंद्र में कारीगरों द्वारा आधुनिक तरीके से बन रहे खादी के उत्पादों का भी अवलोकन किया। इस मौके पर रेडक्रास के जिला प्रशिक्षण अधिकारी राजेंद्र सैनी, र¨वद्र कौशिक, लख¨वदर बाजवा गौरव, विशाल ¨सह, विनोद कुमार, धर्मेंद्र, रशीद अहमद, अनीशा मौजूद थे।