पुलिस बल की मौजूदगी में हाइवे से हटाए होर्डिंग व बैनर
ड्यूटी मजिस्ट्रेट व पुलिस बल की मौजूदगी में जिला नगर योजनाकार विभाग ने नेशनल हाइवे किनारे होटल ढाबा संचालकों के साथ साथ राजनीतिक व कंपनियों द्वारा लगाए गए होर्डिंग व बैनर को हटवाया। इस दौरान एकाध ने टोकना चाहा लेकिन पुलिस के सामने उनकी कोई बात नहीं चली। हालांकि काफी ने खुद भी हटा लिए।
जागरण संवाददाता, समालखा: ड्यूटी मजिस्ट्रेट व पुलिस बल की मौजूदगी में जिला नगर योजनाकार विभाग ने नेशनल हाइवे किनारे होटल, ढाबा संचालकों के साथ साथ राजनीतिक व कंपनियों द्वारा लगाए गए होर्डिंग व बैनर को हटवाया। इस दौरान एकाध ने टोकना चाहा, लेकिन पुलिस के सामने उनकी कोई बात नहीं चली। हालांकि काफी ने खुद भी हटा लिए।
गौरतलब है कि नेशनल हाइवे किनारे प्रचार व प्रसार को लेकर होर्डिंग व बैनर लगाने पर हाईकोर्ट की तरफ से पाबंदी है। जिनसे ध्यान भटकने पर हादसे होते है। लेकिन इसके बावजूद भी हाईकोर्ट के आदेशों को ठेंगा दिखा प्राइवेट शिक्षण संस्थान, होटल व ढाबा संचालक के साथ साथ राजनीतिक लोग हाइवे किनारे होर्डिंग व बैनर लगाने से बाज नहीं आ रहे है। जिसके चलते बृहस्पतिवार को जिला नगर योजनाकार अधिकारी सुनैना ने ड्यूटी मजिस्ट्रेट व पुलिस बल की मौजूदगी में हाइवे के दोनों तरफ किनारे पर लगाए गए होर्डिंग व बैनर को हटवाया। हालांकि कार्रवाई में सख्ती कम और खानापूर्ति ज्यादा दिखी। जिस कारण होटल व ढाबा संचालकों ने कार्रवाई के डर से ऊपर उठकर उनके लौटते ही हटाए होर्डिंग दोबारा से लगा लिए।
कस्बे में भी हाल बेहाल
कस्बे में भी सड़कों किनारे स्ट्रीट लाइट व बिजली के खंभे होर्डिंग व बैनर से लदे है। राजनीतिक लोग हो या प्राइवेट शिक्षण संस्थान प्रबंधन। सभी को अपने प्रचार प्रसार के आगे कुछ नहीं दिखता। जबकि हर तरफ होर्डिंग व पोस्टर के लगने से कस्बे की सुंदरता को ग्रहण लग रहा है। स्कूल में दाखिला की शुरूआत और राजनीतिकों के लिए होली की बधाई होने के कारण तो मानों बाढ़ सी आ गई है। इतना ही नहीं, बल्कि एक भाजपा नेता के बोर्ड ने तो रेलवे रोड पर दिन के समय भारी वाहनों की रोक से संबंधित सूचना पट तक को ढक लिया है। लेकिन नपा अधिकारियों को शायद ये सबकुछ दिख ही नहीं रहा है और न ही उन्हें हाईकोर्ट के आदेशों की परवाह है। वहीं नपा सचिव प्रदीप कुमार का कहना है कि जल्द ही कस्बे में हाइवे किनारे व सड़कों पर लगे होर्डिंग को हटवाया जाएगा।