गुरु के वचनों को मन की गहराई से सुनें : ओंकार
संवाद सहयोगी पिहोवा सीता देवी सेवा सदन में चल रही तीन दिवसीय श्रीमद भक्तमाल कथा के समापन कार्यक्रम पर जय ओंकार सेवाश्रम संघ के अध्यक्ष स्वामी संदीप ओंकार ने मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की।
संवाद सहयोगी, पिहोवा : सीता देवी सेवा सदन में चल रही तीन दिवसीय श्रीमद भक्तमाल कथा के समापन कार्यक्रम पर जय ओंकार सेवाश्रम संघ के अध्यक्ष स्वामी संदीप ओंकार ने मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की। उन्होंने कहा कि गुरु के वचनों को केवल कानों से नहीं, बल्कि मन की गहराई से सुनना चाहिए। गुरु के कहे एक एक शब्द को हृदय में उतारना औऱ उन शब्दों को अपने आचरण में ढालना ही गुरु का सच्चा सम्मान है। संदीप ओंकार ने कहा कि जीवन में कुछ हासिल करना है तो झुकना भी आना चाहिए जैसे कुएं में उतरने वाली बाल्टी जब नीचे झुकती है तभी पानी से भरी ऊपर आती है। उन्होंने कहा कि तन की सुंदरता अधिक महत्व नहीं रखती, बल्कि मन में प्रेम, त्याग, धर्म और माफ करने की भावना ही असली सुंदरता होती है। इस अवसर पर भूषण डंग, रमेश डंग, संजू, रिकू बजाज, हैप्पी, रमेश गाबा, राजेश शास्त्री, मोहन वर्मा, दीपक गर्ग, शिव नारायण दीक्षित, लख्मी चंद पांचाल, संदीप पांचाल, शिवम शर्मा उपस्थित रहे।