किसान फाने जलाकर वातावरण को प्रदूषित न करे : सुशील कुमार
संवाद सूत्र, बाबैन : फसल कटाई के बाद आमतौर पर किसान अपने खेत के फानों में आग लगा देते ह
संवाद सूत्र, बाबैन : फसल कटाई के बाद आमतौर पर किसान अपने खेत के फानों में आग लगा देते हैं जो गैर कानूनी कार्य है। अगर काई ऐसा करता तो उसके खिलाफ एफआइआर दर्ज करवाई जाएगी। इसके तहत जुर्माना व सजा का प्रावधान है। ये शब्द खंड कृषि अधिकारी डॉ. रामपाल ने गांव जालखेड़ी में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहे। उन्होंने कहा कि फाने जलाने से खेत में जैविक पदार्थ खत्म हो जाते है, क्योंकि जमीन में सूक्ष्म जीव नष्ट हो जाते हैं और फानों को खेत में सड़ाकर फसल को उचित रूप में खाद उपलब्ध करवाते हैं और जमीन की उपजाऊ शक्ति को बरकरार रखते हैं। उन्होंने कहा कि फाने जलाने से वातावरण प्रदूषित होता है जो हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत खतरनाक है। डॉ. सुशील कुमार ने कहा कि कृषि विभाग की तरफ से इस सबंध में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। कृषि विभाग द्वारा सब्सिडी पर ढैंचे का बीज दिया जा रहा है जिसमे कृषि विभाग के द्वारा 75 प्रतिशत अनुदान दिया जा रहा है। इस अवसर पर किसान रविदत्त शर्मा, ¨सदर, लाभ ¨सह, कर्म चंद, सूरजभान मौजूद थे।