छाई काली घटा, हुई बूंदाबांदी
बुधवार दोपहर एकाएक आसमान पर काली घटा छा जाने से दिन में ही अंधेरा छा गया।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : बुधवार दोपहर एकाएक आसमान पर काली घटा छा जाने से दिन में ही अंधेरा छा गया। बारिश होने से मौसम सुहावना हो गया। हालांकि बूंदाबांदी कुछ ही देर चली, लेकिन आसमान पर बादल छाए रहे। वहीं आसमान पर काले बादलों को देखकर किसानों की ¨चताएं बढ़ रही हैं। मौसम विभाग 15 सितंबर तक बूंदाबांदी होने के आसार जता रहा है।
मौसम ने बुधवार को उमस भरी गर्मी करने के बाद साढ़े 11 बजे तेज हवा चलने लगी और आसमान पर काले बादल छा गए। इसके साथ ही तेज बारिश हो गई और मौसम खुशगवार हो गया। बाबैन संवाद सहयोगी के अनुसार एकाएक अंधेरी छा जाने से सड़क पर चल रहे वाहनों को भी चलने के लिए लाइटों का सहारा लेना पड़ा। इसी के साथ बेमौसमी बारिश से किसानों के अरमानों पर एक बार फिर पानी फेर दिया। इस भारी बारिश से बाबैन क्षेत्र में धान की फसल के गिरने से किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। बारिश के कारण खेतों में पानी जमा होने से किसानों को पक्की हुई धान की फसल बर्बाद होने का डर सता रहा है। बारिश के कारण किसानों की धान की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। वहीं बुधवार की भारी बारिश से बाबैन अनाज मंडी में खुले आसमान के नीचे रखी जीरी बारिश में भीग गई है। मंडी में आढ़तियों ने लेबर से खुले में पड़ी जीरी को उठवाने की बहुत कोशिश की। लेकिन अचानक बारिश आने से मंडी में धान को काफी नुकसान पहुंचा है। बारिश से बचाने के लिए आढ़तियों ने तिरपालों से धान को ढककर बचाने की कोशिश की। बाबैन अनाजमंडी के प्रधान लाभ ¨सह अंटाल ने बताया कि अचानक बारिश आई है फिर भी आढ़तियों ने धान को बारिश से बचाने की पूरी कोशिश की जबकि एक दो दिन से ही बाबैन अनाज मंडी में धान की आवक शुरू हुई है। उधर, किसान सतबीर रामपुरा, तरसेम ¨सह, बब्बू भगवानपुर, बाबा गुरचरण ¨सह ने बताया कि बारिश से पक्की हुई धान की फसल में भारी नुकसान हुआ है।