मेरे घर के आगे साई राम तेरा मंदिर बन जाए..
मेरे घर के आगे साई राम तेरा मंदिर बन जाए..मैं नचणा साई दे नाल..। सूफी ब्रदर्स भजन सम्राट हमसर हयात निजामी और शिरडी से आए पारस जैन के सुनाए गए इन भजनों पर श्रद्धालु मंगलवार को जमकर झूमे।
जागरण संवाददता, कुरुक्षेत्र : मेरे घर के आगे साई राम तेरा मंदिर बन जाए..मैं नचणा साई दे नाल..। सूफी ब्रदर्स भजन सम्राट हमसर हयात निजामी और शिरडी से आए पारस जैन के सुनाए गए इन भजनों पर श्रद्धालु मंगलवार को जमकर झूमे। मौका था साई भजन संध्या का। शिरडी की तर्ज पर लगाए गए 25 फुट ऊंचे दरबार को देखकर श्रद्धालु भाव-विभोर हो गए। सुबह से शुरू हुआ अटूट लंगर देर रात तक चलता रहा।
सबसे पहले दिल्ली के मशहूर गायक विशाल दास ने बाबा का गुणगान किया। उसके बाद शिरडी से आए गायक पारस जैन के भजनों पर भक्त झूम उठे। आखिर में सूफी ब्रदर्स भजन सम्राट हमसर हयात निजामी भजन गाने के लिए स्टेज पर पहुंचे। उन्होंने सबसे पहले गणेश वंदना की और इसके बाद एक से बढ़कर एक भजन सुनाए। केवल कृष्ण छाबड़ा और राधे श्याम गर्ग ने बताया कि 15 अक्टूबर को साई के समाधि लिए हुए सौ साल पूरे हो गए। साई ने हमेशा ही दूसरे के कष्ट अपने ऊपर लेकर उन्हें राहत पहुंचाने का काम किया है। डॉ. विजय शर्मा ने बताया कि साई संध्या में हजारों लोगों ने पहुंचकर हाजिरी लगाई। इस मौके पर र¨वद्र मलिक, राधेश्याम गर्ग, अनंत बजाज, विजय बजाज आदि मौजूद रहे।