प्रशासन ने मुख्यमंत्री से नहीं करवाई किसानों की मुलाकात, भाकियू में रोष
शनिवार को मुख्यमंत्री के आगमन पर प्रशासन ने किसानों को मुख्यमंत्री से मुलाकात नहीं करने दी जिससे किसानों में पूरी तरह से रोष है और भाकियू के प्रतिनिधि मंडल ने यह चेतावनी दी है कि यदि अब शाहाबाद में सूरजमुखी को लेकर कोई आंदोलन होता है तो उसके लिए प्रशासन जिम्मेदार होगा।
संवाद सहयोगी, शाहाबाद : शनिवार को मुख्यमंत्री के आगमन पर प्रशासन ने किसानों को मुख्यमंत्री से मुलाकात नहीं करने दी जिससे किसानों में पूरी तरह से रोष है और भाकियू के प्रतिनिधि मंडल ने यह चेतावनी दी है कि यदि अब शाहाबाद में सूरजमुखी को लेकर कोई आंदोलन होता है तो उसके लिए प्रशासन जिम्मेदार होगा।
भाकियू के प्रेस प्रवक्ता राकेश बैंस ने कहा कि जब मुख्यमंत्री के शाहाबाद आगमन की सूचना किसानों को मिली तो भाकियू के 5 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने सूरजमुखी व मक्का फसल की खरीद को लेकर मुख्यमंत्री से मुलाकात करने की गुजारिश जिला प्रशासन से की। जिस पर प्रशासन ने सहमति जताई और प्रतिनिधिमंडल को उस जगह बुला लिया जहां पर मुख्यमंत्री ने आना था। लेकिन प्रशासन ने प्रतिनिधिमंडल को एक कमरे में बैठा दिया और उन पर सिक्योरिटी लगा दी।
राकेश बैंस ने कहा कि मुख्यमंत्री आए और चाय पीकर चलते बने लेकिन प्रशासन ने जानबूझकर उनकी मुलाकात मुख्यमंत्री से नहीं करवाई। प्रतिनिधिमंडल शाहाबाद में सूरजमुखी व मक्का की फसल खरीद को लेकर मुख्यमंत्री से चर्चा करना चाहता था कि आने वाले समय में यहां के फसल उत्पादकों को किसी तरह की समस्या न आए। लेकिन प्रशासन ने किसानों व मुख्यमंत्री के बीच दीवार बनने का काम किया है। राकेश बैंस ने कहा कि अब अगर शाहाबाद में इन फसलों की खरीद को लेकर किसी तरह का आंदोलन होता है तो उसके लिए प्रशासन ही जिम्मेदार होगा। क्योंकि किसान मुख्यमंत्री से मिलकर इस मामले का हल निकालना चाहते थे लेकिन प्रशासन ने ऐसा नहीं होने दिया। प्रतिनिधिमंडल में राकेश बैंस, जसबीर मामूमाजरा, सुखचैन ¨सह पाडलू, हरबंस कलसानी, बलविन्द्र नलवी शामिल थे।