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हरियाणा में लिंगानुपात सुधार की वजह पर हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की छात्राओं का शोध

हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की छात्राएं ह‍रियाणा में लिंगानुपात में सुधार पर शोध करने के लिए कुरुक्षेत्र पहुंची हैं। वे राज्‍य में अचानक लिंगानुपात में सुधार के कारणाें पर शोध करेंगी।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Thu, 05 Jul 2018 09:35 AM (IST)Updated: Fri, 06 Jul 2018 09:01 PM (IST)
हरियाणा में लिंगानुपात सुधार की वजह पर हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की छात्राओं का शोध
हरियाणा में लिंगानुपात सुधार की वजह पर हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की छात्राओं का शोध

कुरुक्षेत्र, [विनीश गौड़]। हरियाणा में लिंगानुपात सुधरने का डंका अमेरिका तक बजा है। चार साल के भीतर लिंगानुपात में सुधार के इस आंकड़े पर हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की दो छात्राएं रिसर्च करने के लिए बुधवार को कुरुक्षेत्र पहुंची। यूनिवर्सिटी की मास्टर इन पब्लिक हेल्थ द्वितीय वर्ष की दोनों छात्राएं इस बात पर रिसर्च कर रही हैं कि हरियाणा में अचानक ऐसा क्या हुआ कि लिंगानुपात में इतना सुधार हो गया।

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यूएसए स्थित हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की मास्टर इन पब्लिक हेल्थ द्वितीय वर्ष की छात्राएं पहुंची कुरुक्षेत्र

पहले केंद्र और फिर मुख्यमंत्री हरियाणा कार्यालय से उन्हें इस रिसर्च की स्वीकृति दी गई। इस दौरान छात्राओं ने जिला अधिकारी से लेकर स्वास्थ्य अधिकारी, छापेमारी में स्वास्थ्य विभाग की मदद करने वाली आशा वर्कर और डिकोय से भी पूरी तरह से बात की।

चार साल में प्रदेश की इस तरह से बदली छवि

वर्ष 2014 में प्रदेश का लिंगानुपात 871 दर्ज किया गया था। जनवरी 2015 में पानीपत से प्रधानमंत्री ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान का शुभारंभ पूरे देश में किया था। इसके बाद जागरूकता अभियान चलाने के साथ सख्ती भी की गई। इस वजह से वर्ष 2015 में 876, वर्ष 2016 में 900, वर्ष 2017 में 914 और जनवरी से मई 2018 तक लिंगानुपात 922 दर्ज किया गया।

जिला ने इस तरह से बदली छवि

जिला की छवि देश भर में सबसे खराब जिलों में थी, 100 सबसे कम लिंगानुपात वाले जिलों में कुरुक्षेत्र की गिनती होती थी। यहां का लिंगानुपात 870 के करीब दर्ज किया गया था। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के साथ ही जिला की छवि सुधरी और प्रदेश के टॉप जिलों में कुरुक्षेत्र शामिल हो गया। इस वर्ष मई माह तक जिले का ङ्क्षलगानुपात 935 दर्ज किया गया।

फतेहाबाद में कर चुकीं रिसर्च, अब जाएंगी यमुनानगर और सोनीपत

इन दोनों छात्राओं ने हरियाणा में चार जिलों को अपनी रिसर्च के लिए चुना है। दोनों ने मंगलवार को फतेहाबाद में रिसर्च वर्क पूरा किया। इसके बाद बुधवार दोपहर को वे कुरुक्षेत्र पहुंची। जहां उन्होंने पहले पीएनडीटी विभाग के तत्कालीन नोडल अधिकारी डॉ. आरके सहाय से बात की। अब बृहस्पतिवार को ये छात्राएं यमुनानगर और आगे सोनीपत जाएंगी।

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कुछ ही वर्षों में लिंगानुपात सुधरा, जानने की थी इच्छा

छात्रा स्मृति सारस्वर और मोलश्री मोहन ने बताया कि उन्हें जब पता लगा कि भारत के हरियाणा ने कुछ ही वर्षों में ङ्क्षलगानुपात में जबरदस्त सुधार आया है तो उनके मन में इसे जानने की इच्छा हुई। इसलिए उन्होंने इस पर रिसर्च शुरू कर दी। वे इस रिसर्च के निष्कर्ष को कॉलेज में रिसर्च पेपर में प्रकाशित करेंगी।


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