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धान की आवक में तेजी आते ही मंडी में बढ़ने लगी समस्या

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : धान कटाई का सीजन शुरू होते ही अनाज मंडियों में समस्या आने ल

By JagranEdited By: Published: Thu, 20 Sep 2018 07:11 PM (IST)Updated: Fri, 21 Sep 2018 01:27 AM (IST)
धान की आवक में तेजी आते ही मंडी में बढ़ने लगी समस्या
धान की आवक में तेजी आते ही मंडी में बढ़ने लगी समस्या

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : धान कटाई का सीजन शुरू होते ही अनाज मंडियों में समस्या आने लगी है। पिछले तीन दिनों से मंडी में धान की आवक तेज होने के कारण मंडी में किसानों को धान उतारने के लिए जगह नहीं मिली। कुरुक्षेत्र अनाज मंडी में बृहस्पतिवार को 15 हजार क्विंटल के लगभग तो शाहाबाद की अनाज मंडी में 34 हजार क्विंटल के करीब धान पहुंचा है। अनाज मंडियों में सभी फड़ों पर किसानों ने अपनी धान को सूखा रखा है। ऐसे में किसानों के साथ ही आढ़तियों के सामने समस्या आन खड़ी हुई है।

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ज्ञात रहे कि अगेती किस्म की धान की कटाई अभी सप्ताह भर पहले ही शुरू हो पाई है। इन दिनों धान में नमी होने के कारण इसे सुखाना जरूरी है। फिलहाल सरकारी खरीद शुरू नहीं हुई है। अनाज मंडी में जिस तेजी से धान पहुंच रही है उस तेजी से धान की बिक्री नहीं हो रही है। व्यापारी धान को सूखने के बाद ही उसकी बोली लगा रहे हैं। ऐसे में जो धान सोमवार को मंडी में पहुंचा है उसे राइस सेलर तक पहुंचने में चार से पांच दिन लग रहे हैं। इसी समस्या के चलते मंडी में धान उतारने की जगह नहीं बची है। अधिकारियों के साथ व्यापारी भी किसानों से धान सुखाकर मंडी में लाने की अपील कर रहे हैं, लेकिन किसान अपना काम निपटाने की जल्दी में लगा है। फड़ के साथ ही मंडी में सड़कों पर धान सूखा रखा है।

कुछ ऐसे ही हालाता शाहाबाद अनाज मंडी के भी बने हुए हैं। शाहाबाद अनाज मंडी में 34 हजार क्विंटल धान बिक्री के लिए पहुंची है। हालात ऐसे हैं कि धान की सरकारी खरीद शुरू होने से पहले ही शाहाबाद की अनाज मंडी धान की फसल से अट गई और सारी सडकें धान की फसल सुखाए जाने के कारण जाम हो गई हैं। मार्केट कमेटी के सचिव अफसर ¨सह ने बताया कि अब तक 1509 किस्म धाम 1649 क्विंटल आई है जो कि प्राईवेट खरीददारों द्वारा खरीद की गई है। उन्होने कहा कि जो धान पिछले वर्ष 2200 रुपये बिक रही थी वह आज 2350 से 2671 रुपये तक बिक रही है। उन्होंने बताया कि मंडी में सुपरफाईन वैराइटी 33 हजार क्विंटल पहुंची है, जो धान की सरकारी खरीद शुरू न होने कारण अनसोल्ड है और आढती इसे सुखाकर और तुलवाकर शेड में रखवा रहे हैं।

सरकारी खरीद शुरू करने की मांग

भाकियू प्रेस प्रवक्ता राकेश बैंस ने कहा कि शाहाबाद क्षेत्र आलू की बैल्ट है और किसान अपने खेतों को जल्द खाली करके आलू की रोपाई करना चाहता है। उन्होंने कहा कि धान के पकने में 105 दिन का समय लगता है, लेकिन अब अरली वैरायटी आ जाने के कारण 85 दिन में पककर तैयार हो जाती है। उन्होंने कहा कि सरकार भी अपनी पॉलिसी को बदले, ताकि सभी परेशानी से बचा जा सके।

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फोटो : 20केयूआर20

समस्या के समाधान को लेकर प्रयास जारी थानेसर मार्केट कमेटी के चेयरमैन सुरेश सैनी कुक्कू ने कहा कि किसानों और आढ़तियों को कोई समस्या नहीं आने दी जाएगी। समस्या के समाधान के लिए विधायक सुभाष सुधा से विचार-विमर्श किया गया है। खरीद के बाद धान के उठान को जल्द करवाने के लिए प्रयास किए जाएंगे, ताकि मंडी में आने वाले किसानों को कोई दिक्कत न आए।


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