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उत्तराकाशी के प्रताप पोखरियाल को एनवायरनमेंट प्रोटेक्टर अवार्ड से किया सम्मानित

उत्तरकाशी के 63 वर्षीय पर्यावरण कार्यकर्ता प्रताप पोखरियाल को ग्रीन अर्थ संस्था ने एनवायरमेंट प्रोटेक्टर अवार्ड से सम्मानित किया है। वे जिले में अपने दौरे पर आए थे।

By JagranEdited By: Published: Mon, 26 Oct 2020 05:26 PM (IST)Updated: Mon, 26 Oct 2020 05:26 PM (IST)
उत्तराकाशी के प्रताप पोखरियाल को एनवायरनमेंट प्रोटेक्टर अवार्ड से किया सम्मानित
उत्तराकाशी के प्रताप पोखरियाल को एनवायरनमेंट प्रोटेक्टर अवार्ड से किया सम्मानित

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : उत्तरकाशी के 63 वर्षीय पर्यावरण कार्यकर्ता प्रताप पोखरियाल को ग्रीन अर्थ संस्था ने एनवायरमेंट प्रोटेक्टर अवार्ड से सम्मानित किया है। वे जिले में अपने दौरे पर आए थे। वे पिछले 40 सालों में 250 से ज्यादा प्रजातियों के 15 लाख पेड़ उगाकर दुर्गम पहाड़ियों में 150 हेक्टेयर क्षेत्र में छह घने जंगल बना चुके हैं। उनका पूरा जीवन ही पर्यावरण को समर्पित रहा है। उनके इसी जज्बे को सलाम करते हुए ग्रीन अर्थ संस्था ने उन्हें एनवायरनमेंट प्रोटेक्टर अवॉर्ड, प्रशस्ति पत्र, शॉल और 5100 रुपये का पुरस्कार देकर सम्मानित किया है।

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संस्था की संस्थापक सदस्य मोनिका भारद्वाज ने बताया कि यह सौभाग्य व गर्व की बात है कि ऐसी कर्मठ हस्ती ने अपने अनुभवों से उपस्थित प्रबुद्धजनों और गूगल मीट पर लाइव श्रोताओं को प्रेरणा दी। नरेश भारद्वाज ने बताया कि रमेश पोखरियाल पर्यावरण पुरुष हैं। वे 40 वर्षों से निरंतर धरती को निस्वार्थ भावना से हरित क्रांति जगाने की मुहिम को साकार कर रहे हैं। उनके द्वारा रोपित पौधे आज न केवल भूमि पर पनप रहे हैं, बल्कि वनों से पर्यावरण की रक्षा स्थानीय समुदायों को लकड़ी, चारा, पत्ती, जड़ी-बूटी, फल भी नजदीकी वनों से प्राप्त हो रही है। उनका कहना है कि जंगल बचेगा तो जीवों की उत्पत्ति होगी। संस्था सदस्य मियां सिंह ने बताया कि उत्तर भारत के लोगों में त्रिवेणी (पीपल, बरगद व नीम) एक साथ लगाने का चलन है, जो कि गलत है। इसके पीछे कारण है कि बरगद दूसरे पौधों को पनपने नहीं देता। इस मौके पर उत्तरकाशी से शंभू नॉटियाल, विकास नॉटियाल, संस्था के सुशील कुमार, सनम राज, भूषण पाल मंगल, कुलदीप कुमार व संदीप सिंह मौजूद रहे।


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