सरकार का चावल देने में देरी पर अधिकारी सख्त
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : धान की सरकारी खरीद को लेकर मनमर्जी करने के बाद राइस मिलर अब चावल जमा करवाने में देरी कर रहे हैं। राइस मिलरों की इस देरी से अधिकारियों की बेचैनी बढ़ती जा रही है।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र :
धान की सरकारी खरीद को लेकर मनमर्जी करने के बाद राइस मिलर अब चावल जमा करवाने में देरी कर रहे हैं। राइस मिलरों की इस देरी से अधिकारियों की बेचैनी बढ़ती जा रही है। पिछले साल जहां इन दिनों तक जिले भर के राइस मिलरों ने भारतीय खाद्य निगम के गोदामों में 2000 के लगभग गाड़ी लगवा दी थी, इस साल अब तक केवल लगभग 110 गाड़ी ही लग पाई हैं। राइस मिलरों की इस लापरवाही पर अधिकारियों ने सख्ती बरतने की तैयारी कर ली है। इसको लेकर एक-दो दिन में ही कोई कड़ा फैसला लिया जा सकता है।
सरकार की ओर से खरीदा गया किसानों का धान मि¨लग के लिए राइस मिलरों को दिया जाता है। इस सीजन में 10 लाख 94 हजार मीट्रिक टन धान सरकार की ओर से खरीदा गया है। इसे जिले भर के 200 के करीब राइस मिलों में भेजा जाता है। इसके बदले राइस मिलरों को यह चावल तय समयानुसार सरकार को वापस करना होता है। लेकिन इस साल राइस मिलर इसे जमा करवाने में देरी कर रहे हैं। चावल जमा होने में जितनी देरी होगी, इतना ही सरकार को नुकसान झेलना होगा। इसी बात को देखते हुए अब सरकारी अधिकारी सख्ती करने की तैयारी कर रहे हैं।
---
जल्द लिया जा सकता है कड़ा फैसला जिला खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता नियंत्रण मामले अधिकारी नरेंद्र सहरावत ने कहा कि इसके लिए जल्द कड़ा फैसला लिया जा सकता है। उच्चाधिकारियों के निर्देशानुसार सभी राइस मिलरों को पत्र जारी किए गए हैं कि वह सरकार का चावल जमा करवाने में तेजी लाएं। इसके लिए विभाग के अधिकारियों को भी निर्देश दिए गए हैं कि वह अपने क्षेत्र के राइस मिलरों को इसके लिए निर्देश दें। उन्होंने कहा कि लापरवाही बरतने वाले राइस मिलरों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।