विज्ञान मेला नवनी वैज्ञानिक प्रतिभाओं को प्रोत्साहिक करने का अच्छा अवसर : पद्मश्री डॉ. सतीश
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान के निदेशक पद्मश्री डॉ. सतीश कुमार ने कहा कि कुरुक्षेत्र जैसे छोटे से शहर में इतनी विशाल संख्या में बच्चे अपनी वैज्ञानिक प्रतिभाओं के परीक्षणार्थ इतनी बड़ी संख्या में भाग ले रहे हैं। इससे भविष्य में वे बड़े वैज्ञानिक बन कर देश का नाम रोशन करेंगे। यह विज्ञान मेला नवीन वैज्ञानिक प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने का एक अच्छा अवसर है।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान के निदेशक पद्मश्री डॉ. सतीश कुमार ने कहा कि कुरुक्षेत्र जैसे छोटे से शहर में इतनी विशाल संख्या में बच्चे अपनी वैज्ञानिक प्रतिभाओं के परीक्षणार्थ इतनी बड़ी संख्या में भाग ले रहे हैं। इससे भविष्य में वे बड़े वैज्ञानिक बन कर देश का नाम रोशन करेंगे। यह विज्ञान मेला नवीन वैज्ञानिक प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने का एक अच्छा अवसर है।
पद्मश्री डॉ. सतीश कुमार कुरुक्षेत्र पैनोरमा एवं विज्ञान केंद्र में आयोजित राज्य व जिला स्तरीय विज्ञान मेले के शुभारंभ पर बोल रहे थे। उन्होंने दीप प्रज्वलित कर मेले का शुभारंभ किया। उन्होंने सभी विद्यार्थियों से उनके मॉडल्स-प्रोजेक्ट्स के संदर्भ में विस्तृत जानकारी प्राप्त की तथा उन्हें ज्ञानोपयोगी सुझाव भी दिए। केंद्र के परियोजना समायोजक केएस नेहरू ने बताया कि प्रयोगात्मक एवं वैज्ञानिक विधि के माध्यम से स्कूली विद्यार्थियों की तार्किक क्षमता का विकास करने के उद्देश्य से केंर ने विज्ञान मेले का आयोजन किया है। जिसमें हरियाणा के विभिन्न विद्यालयों के विद्यार्थी एवं अध्यापक भाग ले रहे है। नेहरू ने बताया कि विद्यार्थियों की वैज्ञानिक प्रतिभाओं को निखारने तथा उनके अंदर वैज्ञानिक शोध एवं नवीनीकरण की भावना को जागृत करने हेतु विज्ञान मेलों का महत्वपूर्ण योगदान होता है। विज्ञान मेले का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों में नवीन खोजों के प्रति जिज्ञासा उत्पन्न करना है, जिससे विद्यार्थियों की विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में रूचि विकसित की जा सके। इस विज्ञान मेले में विद्यार्थियों ने भौतिकी, रसायन शास्त्र, गणित, संपोषणीय विकास, पर्यावरण, जैव प्रौद्योगिकी इत्यादि विषयों से संबंधित मॉडल और प्रोजेक्ट्स प्रस्तुत किए। मेले में 150 से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया। केंद्र के शिक्षा अधिकारी जितेंद्र कुमार दास ने बताया कि इस विज्ञान मेले के विजेता उत्तरी भारत विज्ञान मेले में भाग लेंगे, जोकि चार एवं पांच फरवरी, 2019 को राष्ट्रीय विज्ञान केंद्र, दिल्ली में आयोजित किया जाएगा। विज्ञान मेले में भाग लेने वाले छात्रों के मॉडलों-प्रौजेक्ट्स का मूल्यांकन तथा समापन एवं पुरस्कार वितरण शुक्रवार को किया जाएगा।