एलएनजेपी अस्पताल लिफ्ट शुरू, मरीज के हाथों कराया शुभारंभ
एलएनजेपी अस्पताल में उपचार के लिए आने वाले मरीजों के लिए अच्छी खबर है। अब उन्हें चार मंजिला इमारत में बार-बार ऊपर नीचे जाने के लिए चलने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इमारत में भू-तल से लेकर चौथी मंजिल तक वे एक बटन दबाते ही पहुंच जाएंगे। इससे खासकर दिल सांस और हड्डी में फ्रैक्चर या किसी कारण से न चलने के लिए काबिल मरीजों को इससे बड़ी राहत मिलेगी। शुक्रवार को अस्पताल प्रशासन ने लिफ्ट का शुभारंभ कर दिया। एलएनजेपी अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक व हृदय एवं छाती रोग विशेषज्ञ डा. शैलेंद्र ममगाईं शैली ने इसका शुभारंभ किसी राजनीतिक व्यक्ति या किसी अधिकारी से न कराकर एक मरीज से कराया। मरीज मुकेश ने रिबन काटकर लिफ्ट का शुभारंभ किया। इससे पहले वैदिक ज्योतिष अनुसंधान केंद्र के संचालक बृज मोहन भार्गव ने पारंपरिक विधि से इसका पूजन किया।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : एलएनजेपी अस्पताल में उपचार के लिए आने वाले मरीजों के लिए अच्छी खबर है। अब उन्हें चार मंजिला इमारत में बार-बार ऊपर नीचे जाने के लिए सीढि़यां चढ़ने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इमारत में भू-तल से लेकर चौथी मंजिल तक वे एक बटन दबाते ही पहुंच जाएंगे। इससे खासकर दिल, सांस और हड्डी में फ्रैक्चर या किसी कारण से न चलने के लिए काबिल मरीजों को इससे बड़ी राहत मिलेगी।
शुक्रवार को अस्पताल प्रशासन ने लिफ्ट का शुभारंभ कर दिया। एलएनजेपी अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक व हृदय एवं छाती रोग विशेषज्ञ डा. शैलेंद्र ममगाईं शैली ने इसका शुभारंभ किसी राजनीतिक व्यक्ति या किसी अधिकारी से न कराकर एक मरीज से कराया। मरीज मुकेश ने रिबन काटकर लिफ्ट का शुभारंभ किया। इससे पहले वैदिक ज्योतिष अनुसंधान केंद्र के संचालक बृज मोहन भार्गव ने पारंपरिक विधि से इसका पूजन किया।
एलएनजेपी अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डा. शैलेंद्र ममगाईं शैली ने बताया कि अस्पताल में पांच लिफ्ट का प्रावधान किया गया है, ताकि मरीजों को उपचार के लिए ओपीडी में नीचे से ऊपर आने और वार्ड में दाखिल मरीजों को ऊपर से नीचे आने में कोई परेशानी न हो। यह लिफ्ट अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है। अभी तक लिफ्ट को कोरोना वायरस के चलते शुरू नहीं किया गया था। मगर अब शारीरिक दूरियों की पालना कराते हुए लिफ्ट में मरीज इसका इस्तेमाल कर सकेंगे। पांच में से अभी तीन लिफ्ट को शुरू कर दिया गया है, जो सुबह सात बजे से लेकर पांच बजे तक चलेंगी। इसी दौरान मरीजों की ज्यादा आवाजाही होती है। इसके बाद धीरे-धीरे इनका समय बढ़ा दिया जाएगा। इनमें से दो लिफ्ट मरीजों के लिए चलेगी और एक लिफ्ट में अस्पताल का स्टाफ आ जा सकेगा। इसके अलावा दो लिफ्ट के आसपास काम चल रहा है, जिसे पूरा होते ही इन्हें भी चालू कर दिया जाएगा। डा. ममगाईं ने कहा कि यह मरीजों के लिए एक बहुत ही बड़ी सहूलियत है। लिफ्ट में एक समय में तीन ही मरीज जा सकेंगे और उन्हीं मरीजों को लिफ्ट में प्रवेश दिया जाएगा जिनके मुंह पर मास्क होगा।