परमात्मा ने अवतार लेकर पृथ्वी पर धर्म की स्थापना की : आचार्य श्याम भाई ठाकर
जयराम विद्यापीठ में गीता जयंती महोत्सव के अवसर पर चल रही भागवत पुराण की कथा के चौथे दिन व्यासपीठ से भागवत भास्कर आचार्य श्याम भाई ठाकर ने कहा कि जब-जब भी धरती पर आसुरी शक्ति हावी हुईं। परमात्मा ने धर्म की रक्षा के लिए अवतार लेकर पृथ्वी पर धर्म की स्थापना की।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : जयराम विद्यापीठ में गीता जयंती महोत्सव के अवसर पर चल रही भागवत पुराण की कथा के चौथे दिन व्यासपीठ से भागवत भास्कर आचार्य श्याम भाई ठाकर ने कहा कि जब-जब भी धरती पर आसुरी शक्ति हावी हुईं। परमात्मा ने धर्म की रक्षा के लिए अवतार लेकर पृथ्वी पर धर्म की स्थापना की। उन्होंने कथा में बताया कि मथुरा में राजा कंस के अत्याचारों से व्यथित होकर धरती की करुण पुकार सुनकर नारायण ने भगवान श्री कृष्ण के रुप में माता देवकी के अष्टम पुत्र के रूप में जन्म लिया और धर्म और प्रजा की रक्षा कर कंस का अंत किया। भागवत के विभिन्न प्रसंगों का वर्णन करते हुए आचार्य ठाकर ने भगवान श्री कृष्ण के जन्म की के समय की परिस्थितियों का विस्तार से वर्णन किया। उन्होंने कहा कि जीवन में भागवत कथा सुनने का सौभाग्य मिलना बड़ा दुर्लभ है। जब भी हमें यह सुअवसर मिले, इसका सदुपयोग करना चाहिए। कथा में भगवान श्री कृष्ण जन्म का वर्णन होने पर पूरा पांडाल खुशी से झूम उठा। मौजूद श्रद्धालु भगवान कृष्ण के जयजय कार के साथ झूमकर कृष्ण जन्म की खुशियां मनाई।