वेरिफिकेशन न होने से सैकड़ों किसानों के अटके गेट पास
मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर अप्रैल माह में पंजीकरण करने वाले सैकड़ों किसानों के गेहूं के गेट पास अटक गए हैं। ऐसे में किसानों को गेहूं बेचने में परेशानी झेलनी पड़ रही है। किसान गेट पास के लिए कई दिनों से मार्केट कमेटी कार्यालयों के चक्कर काट रहे हैं।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर अप्रैल माह में पंजीकरण करने वाले सैकड़ों किसानों के गेहूं के गेट पास अटक गए हैं। ऐसे में किसानों को गेहूं बेचने में परेशानी झेलनी पड़ रही है। किसान गेट पास के लिए कई दिनों से मार्केट कमेटी कार्यालयों के चक्कर काट रहे हैं। अधिकारी इसके पीछे पंजीकरण के बाद वेरिफिकेशन न होने को कारण बता रहे हैं। इन किसानों ने पांच व छह अप्रैल को पंजीकरण करवाया था। किसानों ने अधिकारियों से समस्या के समाधान की मांग की है।
गेहूं की सरकारी खरीद के लिए इसका मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण होना अनिवार्य किया है। पोर्टल पर पंजीकृत किसान के ही गेट पास बन रहे हैं। किसान को गेट पास मिलने के बाद ही गेहूं की सरकारी खरीद हो रही है, लेकिन जिला भर में सैकड़ों किसान ऐसे हैं जिनका गेट पास ही तैयार नहीं हो रहा है। अनाज मंडियों के गेट पर बैठे कर्मचारी जैसे ही कंप्यूटर में किसान का नाम डालते हैं तो उसकी वेरिफिकेशन पेंडिग दिखा रहा है।
थानेसर की नई अनाज मंडी में गेहूं लेकर पहुंचे गांव दबखेड़ी के किसान गुरचरण सिंह व अमीन के बलवान सिंह ने बताया कि वह कई दिन पहले अनाज मंडी में अपनी गेहूं लेकर पहुंचे थे। उनका गेट पास नहीं बन पाया है। गेट पास पर बैठे कर्मचारी वेरिफिकेशन पेंडिग होने की बात कह रहे हैं। उन्होंने अपनी फसल का पंजीकरण अप्रैल माह के पहले सप्ताह में करवाया था। जिला भर में ऐसे सैकड़ों किसान हैं, जिन्हें यही समस्या झेलनी पड़ रही है। वेरिफिकेशन के बाद ही बन पाएंगे गेट पास
थानेसर मार्केट कमेटी के सचिव हरजीत सिंह ने बताया कि अप्रैल माह में पंजीकरण करवाने वाले कई किसानों के वेरिफिकेशन नहीं हो पाए है। यह वेरिफिकेशन मुख्यालय स्तर पर होनी है। किसानों की रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी गई है। पोर्टल पर वेरिफिकेशन होते ही गेट पास तैयार हो जाएंगे। किसानों की समस्याओं का समाधान किया जाएगा।