मौलिक अधिकार व कर्तव्यों का पढ़ाया पाठ
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव एवं सीजेएम नेहा नौहरिया ने
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव एवं सीजेएम नेहा नौहरिया ने कहा कि बच्चों को बचपन से ही कानूनी रूप से साक्षर बनाने के प्रयास करने होंगे। स्कूलों में शिक्षक और घर में अभिभावक को बच्चों के अधिकारों के कर्तव्यों के प्रति जागरूकता लाने के भी प्रयास करने होंगे। जब मौलिक अधिकारों और कर्तव्यों का ज्ञान होगा तो निश्चित ही समाज सही और प्रगति की राह पर आगे बढ़ेगा।
नौहरिया मंगलवार को नरकतारी रोड पर लिट्ल कैंपस इंटरनेशनल स्कूल के वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह में बतौर मुख्यातिथि के रूप में बोल रही थीं। उन्होंने कहा कि हर बच्चे के अंदर बहुत सारी अच्छाइयां होती हैं और बच्चा हर रोज कुछ न कुछ नया सीखने की चाह भी रखता है। कुछ भी करने के लिए हमें आत्मविश्वास जगाना चाहिए। उन्होंने स्कूल स्टाफ को सुझाव देते हुए कहा कि सबसे पहले बच्चे के अंदर आत्मविश्वास जगाने के लिए उसे स्कूल प्रशासन को एक अच्छा प्लेटफार्म देना चाहिए।
रेडक्रॉस के सचिव कुलबीर मलिक ने कहा कि असफलता तब होती है, जब हम कोशिश करना छोड़ देते हैं। सफलता मुश्किलों के बाद मिलती है। जिला सूचना एवं जन संपर्क अधिकारी सुनील कुमार ने कहा कि मन के हारे हार है, मन के जीते जीत। उन्होंने कहा कि इसका अर्थ ये है कि कभी भी जीवन में हार नहीं माननी चाहिए। एआइपीआरओ डॉ. नरेंद्र ¨सह व समाज सेविका रश्मि कटारिया ने भी स्कूल की गतिविधियों की सराहना की। उन्होंने को-आर्डिनेटर जिज्ञासा अरोड़ा को मंच से बधाई दी। मंच का संचालन नेहा गौड़ व सोनिया ने किया, जबकि उनका साथ शहर के दंत चिकित्सक केशव ने दिया। डॉ. ऋषि ने स्कूल द्वारा आयोजित कार्यक्रमों की जानकारी दी। स्कूल प्रबंधन की ओर से बेस्ट पायलट का अवार्ड प्रदीप कुमार, बेस्ट टीचर का अवार्ड शालू शर्मा, बेस्ट मेड का अवार्ड सुनीता रानी और स्टूडेंट ऑफ द ईयर का अवार्ड प्रेक्षा आहुजा को दिया गया।