ट्रैक्टर चालक से 10 लाख की लूट का पर्दाफाश
कुरुक्षेत्र। थाना केयूके के अंतर्गत गांव कमौदा के पास ट्रैक्टर चालक से 10 लाख रुपये की लूट की वारदात को पुलिस की अपराध शाखा दो ने तीन दिन में पर्दाफाश कर दिया है।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : थाना केयूके के अंतर्गत गांव कमौदा के पास ट्रैक्टर चालक से 10 लाख रुपये की लूट की वारदात को पुलिस की अपराध शाखा दो ने तीन दिन में पर्दाफाश कर दिया है। पुलिस ने मामले में चार आरोपितों को गिरफ्तार किया है। पुलिस को मामले में पहले दिन से ही शक था कि ट्रैक्टर चालक को रोककर उससे टूल बाक्स की चाबी मांगने के पीछे कोई ना कोई जानकार होगा। जिसने वारदात को अंजाम दिया है। पुलिस ने आरोपितों को अदालत में पेश किया। अदालत ने उन्हें दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। पुलिस आरोपितों से गहन पूछताछ में जुटी है।
एसपी आस्था मोदी ने बताया कि 24 अगस्त को पानीपत के गांव बैंसवाल निवासी राजकिशोर ने थाना केयूके में शिकायत दर्ज कराई थी कि पानीपत निवासी गगनदीप उसके पास 15 साल से ड्राइवर है। वह सोमवार को लाइट मैटल फैक्ट्री से ट्रैक्टर ट्राली में कुरुक्षेत्र के गांव कमौदा स्थित गोविद बैटरी कंपनी का सामान लोड करके पानीपत से चला था। कमौदा फैक्ट्री में सामान उतर कर मालिक वीरेंद्र सिंह से 10 लाख रुपये लेकर एक कपड़े के थैले में डालकर ट्राली के टूल बाक्स में रखकर ताला लगाकर वह पानीपत के लिए चला। जब वह ढांड कुरुक्षेत्र रोड पर पहुंचा तो एक युवक ने ट्रैक्टर को रूकवा कर लिफ्ट ली और ज्योतिसर मोड़ पर उसने नीचे उतरने के लिए कहा। उसने अपने ट्रैक्टर को साइड में रोका तो ट्रैक्टर पर बैठे युवक ने पिस्टल उस पर तान दी। इसी दौरान पीछे से मोटरसाइकिल पर उसका साथी आ गया। आरोपितों ने उससे ट्राली के टूल बाक्स की चाबी छीन कर टूल बाक्स में रखे 10 लाख रुपये व उसका मोबाइल छीन लिया और मोटरसाइकिल से कुरुक्षेत्र की तरफ भाग गए। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच सीआइए-2 प्रभारी मलकीत सिंह को सौंपी। पुलिस टीम ने गुप्त सूत्रों की सहायता से बुधवार रात को डेरा गोबिद नगर निवासी जगविद्र, कमौदा निवासी प्रवीण उर्फ पिन्ना, करनाल के गांव सिरसी निवासी अश्विनी उर्फ मंगू व कैथल के गांव सिरसल निवासी देवेंद्र उर्फ बिल्लू अनाज मंडी पिडारसी से वारदात में प्रयोग की मोटरसाइकिल सहित काबू किया। शराब पीते हुए रची थी साजिश
पुलिस पूछताछ में आरोपितों ने बताया की जगविद्र सिंह व प्रवीण दोनों ही लाइट मैटल फैक्ट्री में नौकरी करते थे। प्रवीण फैक्ट्री से नौकरी छोड़ गया था। जगविद्र अभी भी उस फैक्ट्री में नौकरी करता है। प्रवीण कुमार के घर लड़की पैदा हुई थी। उसको देखने के लिए उसके मामा का लड़का अश्विनी उर्फ मग्गू आया हुआ था। उस समय देवेंद्र उर्फ बिल्लू भी गांव कमोदा में आए थे। सभी बैठकर शराब पी रहे थे। जगविद्र भी उनके बीच में बैठा था। शराब पीते हुए उन सब ने योजना बनाई की फैक्ट्री में रोज सामान आता है और पेमेंट भी हर रोज जाती है। उसको छीनने के लिए मोटरसाइकिल व पिस्तौल की जरूरत थी जो पिस्तौल बिल्लू के पास थी।
हत्या के मामले में जमानत पर हैं बिल्लू व मंगू
सीआइए-2 प्रभारी मलकीत सिंह ने बताया कि बिल्लू व मंगू हत्या के मामले में हाईकोर्ट से जमानत पर चल रहे हैं। इस दौरान उन्होंने वारदात को अंजाम दिया है। आरोपितों से अन्य मामले का भी खुलासा होने की उम्मीद है।