स्वदेशी तकनीक के विकास पर ध्यान दिया जाना जरूरी : कुमार
कुरुक्षेत्र। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान कुरुक्षेत्र के निदेशक पद्मश्री डा. सतीश कुमार ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के लिए स्वदेशी तकनीक के विकास पर ध्यान दिया जाना जरूरी है।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान कुरुक्षेत्र के निदेशक पद्मश्री डा. सतीश कुमार ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के लिए स्वदेशी तकनीक के विकास पर ध्यान दिया जाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि समय के साथ डिजिटल साक्षरता पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए।
उन्होंने ये बात बुधवार नई शिक्षा नीति 2020 में साक्षरता विषय पर आयोजित वेबिनार में बतौर मुख्यातिथि संबोधित करते हुए कही। वेबिनार एनआइटी कुरुक्षेत्र और एनआइटी टीचर्स ट्रेनिग एंड रिसर्च चंडीगढ़ की ओर से किया गया। उन्होंने शिक्षक की बढ़ती भूमिका, कृत्रिम बुद्धिमता, मशीन सीख और डेटा विज्ञान सहित प्रौद्योगिकी के महत्वपूर्ण क्षेत्रों में कौशल के विकास पर अपना व्याख्यान केंद्रित रखा।
एनआइटीटीटीआर चंडीगढ़ के प्रो. श्याम सुंदर पट्टनायक ने साझेदारी बनाने, नेटवर्किंग बनाने और नई शिक्षा नीति 2020 के सफल कार्यान्वयन के लिए सशक्त होने पर जोर दिया। संस्थान के प्रो. व टीईक्यूआइपी-3 के समन्वयक डा. सतहंस ने देश के सामाजिक और आर्थिक विकास के लिए साक्षरता के महत्तव पर जोर देते हुए राष्ट्रीय साक्षरता नीति 2020 के बारे में विस्तार से बताया। मुख्या वक्ता डा. अनुराग गौड़ ने कहा कि कौशल विकास और उद्यमिता पर ध्यान देना होगा। कौशल विकास और उद्यमशीलता दो ऐसे प्रमुख हथियार हैं जो हमारे देश की बेरोजगारी की समस्या को हल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। एनआइटीटीटीआर चंडीगढ़ से अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस 2020 की चेयरपर्सन शानो सोलंकी ने यूनेस्को की अंतरराष्ट्रीय साक्षरता ²ष्टि को रेखांकित करते हुए अतिथियों का स्वागत किया। वेबिनार के समन्वयक एनआइटीटीटीआर चंडीगढ़ के डा. अशोक कुमार ने बताया कि वेबिनार से 200 के करीब प्रतिभागी शामिल हुए।