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चेतांग नदी में पानी की अधिक्ता के कारण कुरुक्षेत्र में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई

शिवालिक की पहाड़ियों से निकलकर घग्घर के साथ बहने वाली चेतांग नदी में क्षमता से अधिक पानी छोड़ने से कुरुक्षेत्र में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। चेतांग की क्षमता महज 300 क्यूसिक पानी की है जबकि इसमें पांच हजार क्यूसिक पानी छोड़ दिया गया है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 19 Jul 2019 06:20 AM (IST)Updated: Fri, 19 Jul 2019 06:35 AM (IST)
चेतांग नदी में पानी की अधिक्ता के कारण कुरुक्षेत्र में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई
चेतांग नदी में पानी की अधिक्ता के कारण कुरुक्षेत्र में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : शिवालिक की पहाड़ियों से निकलकर घग्घर के साथ बहने वाली चेतांग नदी में क्षमता से अधिक पानी छोड़ने से कुरुक्षेत्र में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। चेतांग की क्षमता महज 300 क्यूसिक पानी की है, जबकि इसमें पांच हजार क्यूसिक पानी छोड़ दिया गया है। मारकंडा-सरस्वती से होते हुए यह पानी धर्मनगरी की उत्तर-पूर्वी कॉलोनियों तक पहुंचा और देखते ही देखते विकराल रूप ले गया। बारिश से प्रभावित क्षेत्रों को लेकर गुरुवार को विधायक सुभाष सुधा ने अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को हर प्रकार की जरूरी सुविधाएं मुहैया करवाई जानी चाहिए। अगर अधिकारियों ने अब इस मामले में जरा भी लापरवाही बरती तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। सभी अधिकारी पानी से प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचे और स्थिति को नियंत्रण में लाकर लोगों की हर संभव मदद करना सुनिश्चित करें। फीडबैक रिपोर्ट में डीसी डॉ.एसएस फुलिया ने जानकारी दी कि चेतांग नदी में क्षमता से अधिक पानी छोड़े जाने से कुरुक्षेत्र में यह स्थिति हुई है। शुक्रवार तक स्थिति सामान्य हो जाएगी। पानी निकालने के लिए नप को दस टुल्लू पंप खरीदने को कहा गया है। विधायक ने तीन दिन में आठ सौ लोगों को खाद्य सामग्री पहुंचाई। बारिश से प्रभावित स्कूलों में बच्चों की दो दिन की छुट्टी करने के आदेश दिए गए हैं, लेकिन अध्यापक स्कूल आएंगे।

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उन्होंने कहा कि पानी से प्रभावित क्षेत्रों में सभी अधिकारी कैनोपी लगाकर उपस्थित रहे और इस अस्थायी कैंप में स्वास्थ्य सेवाओं के साथ-साथ सभी अधिकारी मौजूद रहेंगे ताकि लोगों को सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा सके। लोक निर्माण विभाग के अधिकारी पानी से टूटी सड़कों की मरम्मत और नव निर्माण करना भी सुनिश्चित करेंगे। विधायक ने नगरपरिषद और जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि गांधीनगर व कीर्तिनगर में मोबाईल शौचालयों की व्यवस्था की जाए। बैठक में एडीसी पार्थ गुप्ता, एसडीएम अनिल यादव, एसडीएम अश्वनी मलिक, एसडीएम डॉ.संजय, सीईओ केडीबी संयम गर्ग, डीआरओ डॉ.चांदी राम चौधरी, सिविल सर्जन डॉ.सुखबीर मौजूद थे। क्लोरिन की एक लाख गोलियों का दिया आर्डर

स्वास्थ्य विभाग के पास स्टॉक में हैलोजन-क्लोरिन की 35 हजार गोलियां है, इससे 10 दिन का काम चलेगा लेकिन स्टाक को देखते हुए सिविल सर्जन डॉ.सुखबीर सिंह ने एक लाख क्लोरिन की गोलियों का आर्डर दे दिया है। यह दो दिन के अंदर अस्पताल में पहुंच जाएंगी। इस एक गोली से 20 लीटर पानी को साफ किया जा सकता है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को पानी से प्रभावित क्षेत्रों में स्थित डिस्पेंसरियों में 24 घंटे चिकित्सकों की टीम उपलब्ध रहेगी। पीने के पानी के सैंपल भरने के दिए आदेश

विधायक सुभाष सुधा ने जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि पानी से प्रभावित सभी जगहों पर पीने के पानी के सैंपल लिए जाएं। जांच की जाए कि पानी में किसी प्रकार की कोई कमी तो नहीं है। इसके अलावा विभाग के अधिकारी सीवरेज व्यवस्था को दुरुस्त करेंगे और पानी निकासी के लिए पुख्ता इंतजाम करेंगे। पानी भराव के कारण प्रभावित क्षेत्रों में 10 से 12 बिजली ट्रांसफार्मर खराब हो चुके हैं। इनको तुंरत प्रभाव से बदलने के साथ 18 नए ट्रांसफार्मर को शुरू करने के आदेश दिए गए हैं। सरस्वती नदी की निशानदेही करने के दिए आदेश

विधायक ने सरस्वती हेरिटेज बोर्ड के अधिकारियों को निर्देश दिए कि भविष्य में इस प्रकार की आपदा ना आए इसके लिए सबसे पहले सरस्वती नदी की निशानदेही का कार्य पूरा किया जाए। निशानदेही के बीच में आने वाले सभी अतिक्रमण को हटाया जाए। अगर सरस्वती का रास्ता साफ होगा तो निश्चित तौर पर भविष्य में लोगों को पानी भराव की कोई समस्या नहीं आएगी। उन्होंने सरस्वती की सफाई समय रहते ना करने पर अधिकारियों को फटकार लगाई। आपदा प्रबंधन की रिपोर्ट ली

विधायक ने आपदा प्रबंधन के तहत खरीदे गए सामान, तैयारियों और समय रहते किए गए प्रबंधों के बारे में रिपोर्ट देने के आदेश देते हुए कहा कि आपदा प्रबंधन के तहत सरकार के आदेशानुसार अधिकारियों को किसी भी छोटी और बड़ी आपदा के लिए पहले से तैयार रहना चाहिए। अगर समय रहते तैयारियां पूरी हो तो दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ता। आपदा प्रबंधन के तहत अधिकारियों को तैनात किया जाए और इसके टोल फ्री नंबर 01744-221035 को भी पूरी तरह से एक्टिव रखें। फसल खराबे की स्पेशल रिपोर्ट सरकार को भेजने के दिए निर्देश

विधायक ने राजस्व विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि बारिश और जल भराव के कारण किसानों की फसलें खराब हुई है और किसानों को काफी नुकसान भी हुआ है। इसलिए राजस्व विभाग के अधिकारी संबंधित विभागों के साथ मिलकर फसल खराबे को लेकर एक विशेष रिपोर्ट तैयार करेंगे ताकि इस रिपोर्ट को आगामी कार्रवाई के लिए शीघ्र अति शीघ्र राज्य सरकार के पास भेजा जा सके। एसवाइएल की सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश

विधायक सुभाष सुधा ने कहा कि एसवाइएल में पानी पहले से ज्यादा चल रहा है, इसलिए किसी भी सम्भावित स्थिति से एसवाइएल की सुरक्षा करना और निगरानी रखना बहुत जरूरी है। उन्होंने एसपी को एसवाइएल के फाटकों पर विशेष टीम और एनजीओ स्तर के अधिकारी को नियुक्त करने के आदेश दिए हैं और सिचाई विभाग के अधिकारी 24 घंटे नहर पर निगरानी रखेंगे।


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