अटकलों के बाद पांच लेक्चरार को मिल गई आयुर्वेदिक कॉलेज में ज्वाइनिग
श्रीकृष्णा आयुर्वेदिक कॉलेज में हरियाणा पब्लिक सर्विस कमीशन की ओर से चयनित किए गए सात में से पांच लेक्चरार को कॉलेज प्रशासन ने मंगलवार को ज्वाइनिग करा लिया गया। इस मामले में पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में केस विचाराधीन होने की बात कहकर कॉलेज प्रशासन ज्वाइनिग कराने से टालमटोल कर रहा था।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : श्रीकृष्णा आयुर्वेदिक कॉलेज में हरियाणा पब्लिक सर्विस कमीशन की ओर से चयनित किए गए सात में से पांच लेक्चरार को कॉलेज प्रशासन ने मंगलवार को ज्वाइनिग करा लिया गया। इस मामले में पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में केस विचाराधीन होने की बात कहकर कॉलेज प्रशासन ज्वाइनिग कराने से टालमटोल कर रहा था। श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय रजिस्ट्रार डॉ. अनिल शर्मा ने बताया कि पहले एडवोकेट जनरल से परामर्श लिया गया है। इस मामले में कोई स्टे नहीं पाया गया।
दरअसल वर्ष 2016 में एचपीएससी की ओर से श्रीकृष्णा आयुर्वेदिक कॉलेज में छह लेक्चरार के पदों की भर्ती निकाली गई थी। इसके बाद तीन और बढ़ाते हुए नौ लेक्चरार पदों के लिए आवेदन मांगे गए। इस मामले में पंचकर्मा लेक्चरार पद पर पहले से लेक्चरार होने के चलते इस मामले में पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में कॉलेज के ही एक शिक्षक ने याचिका डाल दी, जिस पर भर्ती पर स्टे लग गया। इनमें से सात पदों के लिए लेक्चरार की नियुक्ति कर दी और उन्हें ज्वाइनिग पत्र जारी कर दिया।
शनिवार को मेडिकल कराने के बाद पांच लेक्चरार ज्वाइनिग करने के लिए पहुंचे तो कॉलेज प्रशासन ने उन्हें केस होने की बात कहकर कानूनी सलाह लेने की बात कहकर लौटा दिया। मामला स्वास्थ्य मंत्री के दरबार में पहुंचा जहां उन्होंने इस मामले का संज्ञान लिया।
इसके बाद मंगलवार को शरीर रचना के लेक्चरार डॉ. आशीष नांदल, अगद तंत्र के डॉ. सतबीर चावला, विकृति विज्ञान के डॉ. सुनील गोदारा, काय चिकित्सा की डॉ. नेहा और मौलिक सिद्धांत की डॉ. लतीशा को ज्वाइनिग करा दी गई।