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मुझे यह तो बता दो मैंने बिजली चोरी कैसे की..

फोटो संख्या 10 14 व 15 - बिजली निगम की उपभोक्ता शिकायत निवारण समिति की बैठक में आई पा

By JagranEdited By: Published: Fri, 15 Jan 2021 06:34 AM (IST)Updated: Fri, 15 Jan 2021 06:34 AM (IST)
मुझे यह तो बता दो मैंने बिजली चोरी कैसे की..
मुझे यह तो बता दो मैंने बिजली चोरी कैसे की..

फोटो संख्या : 10, 14 व 15

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- बिजली निगम की उपभोक्ता शिकायत निवारण समिति की बैठक में आई पांच शिकायतें, तीन को मौके पर निपटाया

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : मुझे यह तो बता दो कि मैंने बिजली चोरी कैसे की। मीटर निगम ने लगाया, उसी ने सील तोड़ मीटर गली में लगाने की बात कही और निगम ने ही खंभे पर न लगा कर मीटर दोबारा घर में लगा दिया। इसके लिए बकायदा उसे मीटर की ओके की रिपोर्ट भी दी गई। ऐसे में चोरी कैसे हुई। यह सवाल लेकर न्यू कालोनी निवासी भारत भूषण निगम की ओर से वीरवार को हुई उपभोक्ता शिकायत निवारण समिति (सीजीआरएफ) की बैठक में पहुंचे, मगर उन्हें यह कह कर लौटा दिया कि यह मामला बिजली चोरी का है। इसीलिए समिति इस पर कोई सुनवाई नहीं करेगी। उपभोक्ता का कहना है कि उसका 1.7 किलोवाट का लोड है। उसी के अनुसार बिल आ रहा है। मगर उस पर 45 हजार 671 रुपये का जुर्माना किया हुआ है। दो कमरों के मकान में चार सीएफएल बल्ब हैं। निगम की ओर से उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करते हुए केस दर्ज करने की सिफारिश की गई है। कोरोना काल में नौकरी छूट गई है। वे मजदूरी कर अपने परिवार का पेट पालें या निगम की जुर्माना राशि का भुगतान करें। उपभोक्ता ने नम आंखों से कहा कि उनकी कोई सुनने वाला नहीं है।

सिक्योरिटी राशि जमा, मगर नहीं लगा मीटर

दूसरा मामला में भी कुछ इसी तरह का हुआ। रतनडेरा रोड स्थित कृष्णा कालोनी निवासी प्रवीण कुमार ने बताया कि उसने वर्ष 2018 में बिजली निगम को मीटर लगाने के लिए आवेदन किया था। इसके लिए उसने सिक्योरिटी राशि भी जमा करा दी, वह राशि आज तक कैंसिल भी नहीं हुई है। सात जनवरी 2019 को उसको मीटर भी जारी हो गया, जिसका नंबर भी उसके पास है। आज तक उसके घर पर मीटर नहीं लगा। उसने लाइट के लिए अपने पड़ोसी की लाइन से कनेक्शन लिया हुआ था, जिस पर निगम ने उस पर बिजली चोरी का आरोपित बता कर 60 हजार रुपये जुर्माना भरने के निर्देश दिए थे। वह जुर्माना राशि भरने के लिए तैयार भी है, मगर उसका मीटर तो लगाया जाए। अब निगम कह रहा है कि जिस एरिया में उसका मकान है, वहां बिजली कनेक्शन नहीं दिया जा सकता। निगम ने अन्य लोगों को कनेक्शन कैसे दे दिया। जब उसका मीटर ही नहीं लग सकता तो वह जुर्माना भी क्यों भरे।

वहीं सीजीआरएफ की बैठक में तीन मामले बिजली बिलों से संबंधित आए, जिन्हें मौके पर ही निपटा दिया गया। बैठक में सीजीआरएफ सदस्य गीतू राम, निगम के एक्सईएन केएस भौरिया, एडीओ राजबीर देसवाल, विकासदीप शर्मा मौजूद रहे।

मौके पर निपटाई शिकायतें : चेयरमैन

सीजीआरएस के चेयरमैन आरके शर्मा ने बताया कि उपभोक्ता शिकायत निवारण समिति की बैठक में तीन शिकायतें बिजली बिलों की आई थी, जिन्हें मौके पर ही निपटा दिया गया है। एक मामला बिजली चोरी का था, जिसकी सुनवाई समिति नहीं करती। वहीं प्रवीण कुमार की शिकायत पर पूर्व बिजली कर्मी पर कार्रवाई करने के लिए लिखा है।


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