किसान का बेटा बनेगा फ्लाइंग ऑफिसर
सामान्य किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले मनोज कुमार का बेटा अभिषेक भारतीय वायुसेना में फ्लाइंग ऑफिसर चयनित हुआ है। उनके चयन पर परिवार के साथ गुरुकुल कुरुक्षेत्र में खुशी का माहौल है।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : उत्तर प्रदेश के अमरोहा निवासी सामान्य किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले मनोज कुमार का बेटा अभिषेक भारतीय वायुसेना में फ्लाइंग ऑफिसर चयनित हुआ है। उनके चयन पर परिवार के साथ गुरुकुल कुरुक्षेत्र में खुशी का माहौल है। उनके पिता बताते हैं कि उन्होंने मनोज को जिस उद्देश्य के साथ गुरुकुल कुरुक्षेत्र में पढ़ने भेजा, वह आज पूरा हो गया है। गुजरात के राज्यपाल एवं गुरुकुल के संरक्षक आचार्य देवव्रत ने गुरुकुल स्टाफ और अभिषेक को शुभकामनाएं दी हैं।
गुरुकुल के प्रधान कुलवंत सिंह सैनी, निदेशक व प्राचार्य कर्नल अरुण दत्ता, सह प्राचार्य शमशेर सिंह, एनडीए इंस्ट्रेक्टर सूबेदार बलवान सिंह, सूबेदार एसके मोहंती ने अभिषेक और उसके परिवार को शुभकामनाएं दी हैं। निदेशक कर्नल अरुण दत्ता ने बताया कि यूपीएससी ने सितंबर 2020 में एनडीए की लिखित परीक्षा ली थी। इसमें गुरुकुल के छात्र अभिषेक ने सफलता हासिल की। इसके उपरांत अभिषेक का पांच दिन का एसएसबी साक्षात्कार 22 से 27 फरवरी को एयर फोर्स सिलेक्शन बोर्ड, मैसूर (कर्नाटक) में हुआ। अभिषेक ने पांच दिन के एसएसबी साक्षात्कार को भी अपनी विलक्षण प्रतिभा और सूझबूझ से पास किया। बोर्ड ने अभिषेक को भारतीय वायु सेना में फ्लाइंग ऑफिसर चुन लिया है। पिता बोले, गुरुकुल की अहम भूमिका
उत्तर प्रदेश के अमरोहा निवासी मनोज कुमार ने बताया कि वह सामान्य किसान है। उसका सपना अपने बेटे को बड़ा अफसर बनाने का था।उसने गुरुकुल कुरुक्षेत्र में पढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया। अभिषेक ने गुरुकुल कुरुक्षेत्र में 11वीं कक्षा में दाखिला लिया। उसको अपने बेटे के घर परिवार से दूर रहने की चिता थी, लेकिन कभी भी अपने बेटे के हौसले को कमजोर नहीं पड़ने दिया। आज अभिष के वायु सेना में बड़े अधिकारी बनने तक के सफर में गुरुकुल कुरुक्षेत्र की अहम भूमिका रही है।
निदेशक कर्नल अरुण दत्ता ने बताया कि गुजरात के राज्यपाल एवं गुरुकुल के संरक्षक आचार्य देव्रवत ने गुरुकुल कुरुक्षेत्र में एनडीए विग के रूप में एक पौधा लगाया था। वह अब फलीभूत होने लगा है। गुरुकुल के कई छात्र एनडीए के माध्यम से देश की सेना में शामिल हो रहे हैं।