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विधायक के खिलाफ बाबैन के निष्कासित सरपंच व पंचों ने जताया रोष

बाबैन के निष्कासित सरपंच विश्वजीत बिदंल ने लाडवा के भाजपा विधायक डॉ.पवन सैनी पर आरोप लगाते हुए ब्लॉक समिति के पूर्व चेयरमैन जिला सिंह पंच सुंदरलाल जितेंद्र शर्मा अंग्रेज सिंह मनीष जुनेजा ओमप्रकाश शर्मा दीपक कुमार अमित बिदल देव सिंह अश्विनी कुमार विनोद सिगला के साथ विधायक के खिलाफ रोष प्रकट किया। बिंदल ने कहा कि कोर्ट में केस चलने के बावजूद विधायक ने अपने तानाशाह रवैये के चलते और एक सोची समझी साजिश के तहत उन्हें निष्कासित करवाया। वे हलके में जातिवाद को बढ़ावा दे रहे हैं और उनसे पहले बाबैन ब्लॉक समिति के चेयरमैन जिला सिंह को भी चेयरमैन पद से हटाने का काम कर चुके हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 05 Apr 2019 11:20 AM (IST)Updated: Sat, 06 Apr 2019 06:34 AM (IST)
विधायक के खिलाफ बाबैन के निष्कासित सरपंच व पंचों ने जताया रोष
विधायक के खिलाफ बाबैन के निष्कासित सरपंच व पंचों ने जताया रोष

संवाद सूत्र, बाबैन : बाबैन के निष्कासित सरपंच विश्वजीत बिदंल ने लाडवा के भाजपा विधायक डॉ.पवन सैनी पर आरोप लगाते हुए ब्लॉक समिति के पूर्व चेयरमैन जिला सिंह, पंच सुंदरलाल, जितेंद्र शर्मा, अंग्रेज सिंह, मनीष जुनेजा, ओमप्रकाश शर्मा, दीपक कुमार, अमित बिदल, देव सिंह, अश्विनी कुमार, विनोद सिगला के साथ विधायक के खिलाफ रोष प्रकट किया। बिंदल ने कहा कि कोर्ट में केस चलने के बावजूद विधायक ने अपने तानाशाह रवैये के चलते और एक सोची समझी साजिश के तहत उन्हें निष्कासित करवाया। वे हलके में जातिवाद को बढ़ावा दे रहे हैं और उनसे पहले बाबैन ब्लॉक समिति के चेयरमैन जिला सिंह को भी चेयरमैन पद से हटाने का काम कर चुके हैं। विधायक अपने चहेते को ब्लॉक समिति का चेयरमैन बनाना चाहते थे। उन्होंने कहा कि बाबैन पंचायत में 20 पंचायत सदस्य हैं, लेकिन विधायक ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए अपने चहेते को कार्यवाहक सरपंच बनाया। बाबैन ब्लॉक में सबसे बड़ा गांव है और इस गांव में 36 बिरादरी के लोग आपस में मिल जुलकर रहते हैं, लेकिन विधायक ने अपने स्वार्थ के चलते जातिवाद को बढ़ावा दिया है। इस तरह के कार्य करके विधायक हलके में भाजपा का नुकसान कर रहे हैं, जिसका खामियाजा पार्टी को आने वाले समय में भुगतना पड़ेगा। विधायक ने कमीशन मांगा

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निष्कासित सरपंच का कहना है कि मुख्यमंत्री द्वारा विकास कार्यों के लिए ढाई करोड़ रुपये की ग्रांट भेजी गई थी, जिसका एस्टीमेट बनाकर विधायक को दिया गया था। इस ग्रांट की कमीशन विधायक ने उनसे मांगी तो उन्होंने कमीशन देने से इंकार कर दिया। विधायक ने गुस्से में आकर अपने हिसाब से एस्टीमेट बनाकर ढाई करोड़ की ग्रांट एक्सईएन कुरुक्षेत्र के पास भेज दी, लेकिन उन्होंने इस पर स्टे ले लिया। विधायक ने उसके ऊपर दबाव बनवाया व कहा कि केस वापस नहीं लिया तो सस्पेंड करवा दूंगा। उसके बाद उन्होंने केस वापस लेने से मना कर दिया तो विधायक ने सस्पेंड करवा दिया। रेगुलर जांच में दोषी है सरपंच, आरोप गलत- सैनी

बाबैन के सरपंच रेगुलर जांच में दोषी साबित हुए हैं। इस मामले में मेरा कोई लेना-देना नहीं है। जो आरोप मुझ पर उन्होंने लगाए हैं, वह निराधार हैं और निष्कासित होने के बाद राजनीति से प्रेरित होकर मेरा नाम ले रहे हैं। मैंने किसी भी अधिकारी या सरपंच से किसी भी प्रकार की कोई भी कमीशन नहीं मांगी और हमने तो सभी सरपंचों व कार्यकर्ताओं को साथ लेकर चलने का काम किया है। यह सरपंच गबन के मामले दोषी पाया गया था, तभी इस पर कारवाई हुई है।


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